बिहार की गरीबी मिटाने में मील का पत्थर साबित होगी लघु उद्यमी योजना : राजीव रंजन

पटना। बिहार सरकार द्वारा प्रारंभ किये गये बिहार लघु उद्यमी योजना की तारीफ करते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि सीएम नीतीश जी की खासियत है कि वह जो कहते हैं उसे हर हाल में पूरा करते हैं। बीते महीने उन्होंने बिहार लघु उद्यमी योजना की घोषणा की थी व महज चंद दिनों में इसे शुरू भी कर दिया। यह बिहार से गरीबी मिटाने के प्रति उनकी प्रतिबद्धिता को दिखाता है। योजना को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सरकार राज्य के 94 लाख से अधिक परिवारों को स्वरोजगार के लिए 2-2 लाख रु. की राशि प्रदान करने वाली है। वही इस अनुदान राशि से किये जाने वाले स्वरोजगार के लिए 62 उद्योग भी चिह्नित किए गए हैं। इनमें लकड़ी आधारित उद्योग, निर्माण उद्योग, हैंडीक्राफ्ट, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग आदि उद्योग शामिल हैं। लोग इस योजना का अधिकाधिक लाभ उठा सकें इसके लिए सरकार उन्हें ट्रेनिंग भी प्रदान करवाएगी। उन्होंने आगे कहा कि जाति धर्म से परे इस योजना का लाभ समाज के सभी वर्गों के गरीबों को मिलेगा, जो बिहार के निवासी होंगे व जिनकी आय 6000 रु. प्रतिमाह से कम होगी।

योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन देना होगा वहीं उनका चयन कंप्यूटर रैंडमाईजेशन पद्धति से होगा। पूरी तरह पारदर्शी इस योजना से न केवल चिन्हित गरीब परिवार सशक्त होंगे बल्कि इससे अप्रत्यक्ष रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। नीतीश सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह नीतीश सरकार द्वारा किये कामों का ही परिणाम है कि 2005 से लेकर अभी तक बिहार के 44 प्रतिशत से अधिक लोग गरीबी से बाहर आ चुके हैं। आंकड़ों के मुताबिक, सिर्फ पिछले 9 वर्षों में ही बिहार के 3.77 करोड़ से अधिक लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आये हैं। नीतीश सरकार के प्रयासों से आज बिहार के हर गांव में बिजली, पानी व सड़क की सुविधा पहुंच चुकी है। जीविका के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं में स्वावलंबन की भावना जागृत हुई है। वही इससे गरीबी उन्मूलन के दिशा में चल रहे प्रयासों को काफी बल मिला है।

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