December 4, 2025

ठंड से बचाव के लिए नगर निगम ने राजधानी में बनाया 29 रैनबसेरा, बेड और कंबल के साथ मिलेगी कई सुविधाएं

पटना। नगर निगम ने बेसहारों के लिए 29 रैनबसेरा का निर्माण किया है। कुल 907 बेड की क्षमता वाले इन रैनबसेरों को गरीबों के लिए खोल दिया गया। पहली बार रैनबसेरा तीन तरह के बनाए गए हैं। जर्मन हैंगर से 12 रैनबसेरों का निर्माण हुआ है। इसके अलावा 6 स्थाई और 11 अस्थाई आश्रय स्थल बने हैं। सार्वजनिक स्थलों और चौक-चौराहे, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड के नजदीक इनका निर्माण करवाया गया है। जिससे कि गरीबों को कड़ाके की ठंड में राहत मिल सके और आश्रय स्थल के लिए अधिक दूरी नहीं तय करनी पड़े। रैनबसेरा में लोगों को निशुल्क बेड (चौकी), बेडशीट, कंबल, मच्छरदानी, पेयजल, शौचालय सहित कई सुविधा दी जाएगी। सुरक्षा के लिए सभी आश्रय स्थलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गया है। पटना नगर निगम के कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरा को कनेक्ट किया गया है। जहां से मुख्यालय में बैठकर ही रैनबसेरों की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी। नगर निगम के सभी अंचल में इसका निर्माण करवाया गया है। सभी रैन बसेरों में सुरक्षा के उपक्रण अग्निशामक यंत्र, आंगतुकों के लिए रजिस्टर, टेबल एवं कुर्सी सहित अन्य सुविधाएं भी मौजूद रहेगी।
जर्मन हैंगर से यहां बना है
जीपीओ (पुल के नीचे), मॉल रोड ( हार्डिंग रोड), सचिवालय गेट नंबर 3, ककड़बाग कॉलोनी मोड,राजेन्द्र नगर (पुल के नीचे),बहादुर पुर ( पुल के नीचे),मलाही पकड़ी,नालंदा मेडिकल कॉलेज,वैशाली गोलंबर, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल,एक्जीबिशन रोड गायघाट पुल के नीचे, सैदपुर नहर रोड, मैकडोवल गोलंबर बहादुरपुर राजेन्द्र नगर, छोटी पहाड़ी वार्ड नंबर 56, .आर ब्लॉक गोलंबर, शेखपुरा मोड़
यहां बने हैं अस्थायी रैन बसेरा
गांधी मैदान मौर्या होटल के सामने (पुरुष),गांधी मैदान मौर्या होटल के सामने (महिला),बुद्धा स्मृति पार्क के पास (पुरुष),बुद्धा स्मृति पार्क के पास (महिला),हड़ताली मोड़, मछली मार्केट के पास (पुरुष),गांधी मैदान गेट नंबर 4,एनआईटी मोड़ के पास,पटना सिटी नाला पर (पुरुष),पटना सिटी नाला पर (महिला),पाटलिपुत्र बस टर्मिनल बैरिया (पुरुष),पाटलिपुत्र बस टर्मिनल बैरिया (महिला) नगर निगम के इस कदम से ठंड के मौसम में बेसहारा और गरीब लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। ठंड के कारण हर साल बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं, लेकिन इन रैनबसेरों के जरिए उन्हें सुरक्षित और गरमाहट भरा आश्रय मिलेगा। पटना नगर निगम का यह कदम जरूरतमंदों और बेसहारा लोगों के लिए एक बड़ी राहत है। ठंड के मौसम में आश्रय स्थलों का निर्माण न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि उनके जीवन को भी बचाने में मददगार होगा। निगम द्वारा की गई यह पहल सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिससे समाज के कमजोर वर्ग को सहारा मिलेगा।

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