October 28, 2025

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में उथल-पुथल जारी: शाहीन बने वन-डे के कप्तान, रिजवान से ली गई कप्तानी

नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने वनडे टीम की कमान विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान से लेकर तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को सौंप दी है। यह निर्णय रावलपिंडी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रहे टेस्ट मैच के पहले दिन के समापन के तुरंत बाद घोषित किया गया। यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट के भीतर चल रही निरंतर उथल-पुथल और नेतृत्व संबंधी अस्थिरता को एक बार फिर उजागर करता है।
कप्तानी में बदलाव का ऐलान
पीसीबी ने इस फैसले की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई। बोर्ड की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह निर्णय इस्लामाबाद में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें चयन समिति और व्हाइट-बॉल के मुख्य कोच माइक हेसन भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह सहमति बनी कि आगामी महत्वपूर्ण श्रृंखलाओं से पहले नेतृत्व में बदलाव जरूरी है। रिजवान और शाहीन इस समय दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेल रहे हैं। कप्तानी छिनने की घोषणा ऐसे समय हुई जब टीम का ध्यान पूरी तरह टेस्ट पर केंद्रित था। पीसीबी ने इस बदलाव को “रणनीतिक फैसला” बताया है जो पाकिस्तान की सीमित ओवर क्रिकेट की दिशा तय करेगा।
रिजवान का कार्यकाल और प्रदर्शन
मोहम्मद रिजवान ने पिछले वर्ष वनडे टीम की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में पाकिस्तान ने 2024 में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज जीती थी। रिजवान स्वयं बेहतरीन फॉर्म में रहे और उन्होंने लगभग 42 की औसत से रन बनाए। हालांकि, 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। पाकिस्तान पहले राउंड में ही बाहर हो गया, जिससे बोर्ड और प्रशंसक दोनों निराश हुए। बोर्ड को लगा कि टीम को नई ऊर्जा और रणनीति की जरूरत है। यही से नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा शुरू हुई। बीते सप्ताह ही यह संकेत मिल गए थे कि पीसीबी का भरोसा रिजवान पर कम होता जा रहा है। बोर्ड ने स्पष्ट रूप से कप्तान के रूप में उनके बने रहने की पुष्टि करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि नई नियुक्ति पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई जाएगी। अंततः यह विचार बैठकों के सिलसिले के बाद साकार हुआ।
शाहीन शाह अफरीदी की वापसी
शाहीन शाह अफरीदी के लिए यह नया अवसर दोबारा खुद को साबित करने का मौका है। वे पहले भी व्हाइट-बॉल प्रारूप में टीम के नेतृत्व की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। जनवरी 2024 में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में कप्तान बनाया गया था। हालांकि, उस सीरीज में पाकिस्तान को 4-1 से हार मिली थी। परिणाम उम्मीदों के विपरीत रहा और बोर्ड ने जल्द ही उन्हें कप्तानी से हटा दिया था। एक सप्ताह बाद बाबर आजम को फिर से कप्तान बना दिया गया था। लेकिन अब शाहीन को फिर से वनडे टीम की कमान देकर बोर्ड ने उनके प्रदर्शन और नेतृत्व क्षमता पर भरोसा जताया है। शाहीन वर्तमान में शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने 2023 वर्ल्ड कप के बाद से अब तक 45 विकेट लिए हैं, जो किसी भी फुल मेंबर टीम के गेंदबाजों से अधिक हैं। पिछले साल वे पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार किए गए थे।
बोर्ड की रणनीति और कोच का प्रभाव
सूत्र बताते हैं कि यह फैसला केवल कोच माइक हेसन की सिफारिश पर नहीं, बल्कि पीसीबी के उच्च अधिकारियों की सहमति से लिया गया। बोर्ड चाहता है कि टीम आगामी अंतरराष्ट्रीय सीरीजों के लिए नए नेतृत्व में एकजुटता के साथ मैदान में उतरे। माइक हेसन का मानना है कि शाहीन जैसी युवा ऊर्जा और गेंदबाजी दृष्टिकोण वाली सोच से टीम को नई दिशा मिल सकती है। रिजवान के कार्यकाल में टीम की बल्लेबाजी तो संतुलित थी, लेकिन निर्णायक क्षणों में रणनीतिक कमी देखने को मिली। शाहीन से उम्मीद की जा रही है कि वे टीम की आक्रामकता को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
नई जिम्मेदारी की चुनौती
शाहीन शाह अफरीदी के सामने एक बड़ी चुनौती अब टीम को प्रदर्शन के लिहाज से स्थिर करना होगा। वे अगले महीने फैसलाबाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में पहली बार वनडे कप्तान के रूप में उतरेंगे। यह सीरीज उनके कप्तानी करियर की पहली बड़ी परीक्षा मानी जा रही है। वह तेज गेंदबाजी में दुनिया के अग्रणी खिलाड़ियों में शामिल हैं और टीम में उनका सम्मान काफी है। मगर कप्तान के रूप में उन्हें टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों और युवा प्रतिभाओं के बीच संतुलन बनाना होगा। पाकिस्तान की वनडे टीम पिछले कुछ महीनों से अस्थिर रही है, और अब देखना होगा कि शाहीन इसमें नई दिशा ला पाते हैं या नहीं।
पाकिस्तान क्रिकेट में लगातार बदलाव
पाकिस्तान क्रिकेट का इतिहास कप्तानी में लगातार उठापटक से भरा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में बाबर आजम, शादाब खान, रिजवान और अब शाहीन अफरीदी तक कई खिलाड़ियों को मौका मिला। इससे टीम की निरंतरता प्रभावित हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि पाकिस्तान को आने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन करना है, तो उसे लंबे समय के लिए एक स्थिर नेतृत्व की जरूरत है। पीसीबी का यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट में एक नए युग की शुरूआत के रूप में देखा जा रहा है। शाहीन शाह अफरीदी के पास अब अवसर है कि वे अपनी प्रतिभा और रणनीतिक दृष्टि से टीम को नए मुकाम तक पहुंचाएं। वहीं रिजवान के समर्थक यह उम्मीद कर रहे हैं कि वह अपनी बल्लेबाजी से टीम में अब भी अहम भूमिका निभाते रहेंगे। आने वाले सप्ताह में फैसलाबाद सीरीज यह तय करेगी कि शाहीन की कप्तानी पाकिस्तान के लिए नई उम्मीद बनती है या यह बदलाव फिर एक असफल प्रयोग साबित होता है।

You may have missed