दिल्ली में बिहार बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे अमित शाह, चुनाव की रणनीति को लेकर होगा मंथन

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राज्य की राजनीतिक गतिविधियां तेज हो रही हैं। महागठबंधन और एनडीए दोनों ही खेमों में बैठकों और रणनीतिकारों के मंथन का दौर जारी है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को दिल्ली में बिहार भाजपा के शीर्ष नेताओं की एक अहम बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि यह बैठक आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी और रणनीति तय करने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगी।
बैठक में कई वरिष्ठ नेता होंगे शामिल
दिल्ली में आयोजित इस बैठक में बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में राज्य की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा होगी और भाजपा के आगे के कदमों की रूपरेखा तय की जाएगी। अमित शाह बिहार भाजपा के नेताओं से उनकी राय भी लेंगे और चुनावी रणनीति को लेकर अपने सुझाव भी साझा करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने दिए संकेत
बैठक को लेकर मंगलवार को पटना में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। संभव है कि एक महीने के भीतर चुनावी प्रक्रिया शुरू हो जाए। ऐसे में भाजपा पूरी ताकत से तैयारी कर रही है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले दिनों में लगातार बैठकों और चर्चाओं का दौर जारी रहेगा और संगठनात्मक स्तर पर कई बड़े निर्णय लिए जाएंगे।
चुनाव पूर्व समीकरणों पर नजर
बिहार की राजनीति इस समय बेहद संवेदनशील दौर से गुजर रही है। महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे और नेतृत्व के मुद्दे पर खींचतान जारी है, वहीं भाजपा और उसके सहयोगियों के बीच भी तालमेल की प्रक्रिया पर सबकी नजर है। भाजपा नेतृत्व यह सुनिश्चित करना चाहता है कि चुनावी मैदान में पार्टी एकजुट होकर उतरे और कार्यकर्ताओं के बीच स्पष्ट संदेश जाए कि एनडीए मजबूत स्थिति में है। अमित शाह की यह बैठक भी इसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
रणनीति पर होगा मंथन
सूत्रों के अनुसार, बैठक में भाजपा नेताओं से बूथ स्तर की तैयारियों, संगठन की मजबूती, प्रचार-प्रसार के तरीकों और जनता तक पहुंचने की योजनाओं पर चर्चा होगी। साथ ही यह भी तय किया जाएगा कि किन मुद्दों को चुनावी अभियान में प्रमुखता से उठाया जाएगा। भाजपा का प्रयास रहेगा कि केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने मजबूती से रखा जाए, ताकि विपक्ष के हमलों का प्रभाव कम हो सके।
एनडीए में तालमेल पर चर्चा
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बैठक में एनडीए के सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे और तालमेल के मुद्दे पर भी बात हो सकती है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और अन्य सहयोगियों के साथ सीटों की साझेदारी को लेकर जल्द ही बातचीत को अंतिम रूप देने की कवायद तेज होने की संभावना है। अमित शाह खुद इस प्रक्रिया की निगरानी कर सकते हैं ताकि चुनाव से पहले किसी तरह की नाराजगी या मतभेद की स्थिति न बने।
चुनाव का बिगुल जल्द
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अनुमान है कि सितंबर महीने में तारीखों का ऐलान हो सकता है। ऐसे में भाजपा और एनडीए के लिए समय बेहद कम बचा है। यही कारण है कि शीर्ष नेतृत्व लगातार बैठकों के माध्यम से रणनीति को मजबूत बनाने में जुटा है। अमित शाह की बैठक से न सिर्फ भाजपा के नेताओं को स्पष्ट दिशा मिलेगी बल्कि कार्यकर्ताओं में भी चुनावी उत्साह को बढ़ावा मिलेगा। अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली यह बैठक बिहार विधानसभा चुनाव के लिहाज से भाजपा के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। इसमें जहां संगठनात्मक तैयारी और चुनावी एजेंडे पर चर्चा होगी, वहीं एनडीए के भीतर समन्वय को लेकर भी ठोस रणनीति बनाई जाएगी। चुनाव का ऐलान किसी भी समय हो सकता है और ऐसे में भाजपा चाहती है कि हर स्तर पर तैयारी पूरी हो और मतदाताओं तक पार्टी का संदेश मजबूती से पहुंचे।
