मुजफ्फरपुर में डीपीओ बने सेक्सटॉर्शन गैंग का शिकार, ब्लैकमेल कर 50 हजार रुपए की मांग कर रहे अपराधी
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिलें में से रहस्मयी ढंग से गायब मधुबनी के डीपीओ राजेश कुमार मिश्र को सेक्सटॉर्शन गैंग ब्लैकमेल कर रही थी। पुलिस जांच में यह बातें सामने आई। उनके गायब होने की सूचना पर मधुबनी से शिक्षा कार्यालय के कई कर्मचारी भी मुजफ्फरपुर पहुंचे। उनसे पूछताछ में पता चला कि वह बीते कई दिनों से सेक्सटॉर्शन के शिकार हो रहे थे। न्यूड वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था। ब्लैकमेलर दो बार 11 हजार और 21 हजार रुपए उनसे खाते में डलवा चुके थे। अभी 50 हजार रुपए की डिमांड हो रही थी। इसके लिए कॉल कर उन्हें धमकी दी जा रही थी। कॉल करने वाले खुद को अधिकारी बता रहे थे। उन्हें उठा लेने की धमकी दे रहे थे। पत्नी अर्चना के आवेदन पर पुलिस एफआईआर दर्ज जांच शुरू कर दिया। उनके मोबाइल कॉल के आधार पर छानबीन कर रही है। उन्होंने बताया कि डीपीओ शनिवार की देर शाम में मधुबनी से घर पहुंचे। रविवार की दोपहर में खाना खाकर पैदल ही घर से निकले। हम लोगों ने समझा टहलने जा रहे हैं। इसके बाद से वह गायब हो गए। टावर लोकेशन से पता चला है कि डीपीओ जब घर से निकले तभी उनका एक मोबाइल दरवाजे पर स्वीच ऑफ हुआ। दूसरा मोबाइल बीबीगंज में विकास ट्रेडर्स नामक दुकान के पास बंद हुआ। अंतिम लोकेशन बीबगंज मिलने के बाद पुलिस टीम ने यहां कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरा खंगाला। एक फुटेज में डीपीओ के कद काठी के व्यक्ति दिखे हैं। लेकिन यहां से वह फिर किधर गए इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
वही घर से निकलने का सीसीटीवी भी सामने आया है। जिसमें वह घर के दरवाजा वा गेट से बाहर जाते दिख रहे है। पुलिस अब उनका सुराग ढूंढने में लग गई है। वहीं, मामले को लेकर नगर डीएसपी राघव दयाल ने कहा कि डीपीओ के गायब होने के बाद पत्नी के आवेदन पर एफआईआर दर्ज की गई है। मधुबनी से आए कर्मचारियों से पूछताछ में डीपीओ को सेक्स टॉर्शन में ब्लैकमेल किए जाने की बात सामने आयी है। पुलिस अलग-अलग बिंदुओं पर छानबीन कर उनका ट्रेस लगाने की कोशिश कर रही है।