September 17, 2025

डॉ उमेश प्रसाद सिंह को ‘भारत श्री अवार्ड 2025’ के लिए चयनित होने पर क्षेत्र में हर्ष

पटना। पटना के लिए यह गौरव का क्षण है कि शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देने वाले डॉ. उमेश प्रसाद सिंह को प्रतिष्ठित ‘भारत श्री अवार्ड 2025’ के लिए चुना गया है। यह सम्मान उन्हें भारत श्री फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाएगा। यह घोषणा होते ही न केवल पटना, बल्कि पूरे बिहार में खुशी की लहर दौड़ गई है।
सम्मान समारोह का आयोजन कुशीनगर में
डॉ. उमेश को यह पुरस्कार 10 अगस्त 2025 को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आयोजित एक भव्य राष्ट्रीय समारोह में प्रदान किया जाएगा। यह आयोजन भारत श्री फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा, जिसमें देशभर से विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार समारोह राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा प्राप्त कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य समाज के प्रेरणादायक व्यक्तित्वों को पहचान देना है।
शिक्षा के क्षेत्र में चार दशकों से अधिक का अनुभव
डॉ. उमेश प्रसाद सिंह पिछले 46 वर्षों से शिक्षा और सेवा के क्षेत्र में कार्यरत हैं। वे एक ऐसे विद्यालय के संस्थापक-निदेशक हैं, जहां नर्सरी से लेकर 10+2 तक की शिक्षा प्रदान की जाती है। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को न केवल स्थानीय स्तर पर सराहा गया है, बल्कि उन्होंने हजारों विद्यार्थियों के जीवन को दिशा दी है। उनका दृष्टिकोण केवल अकादमिक शिक्षा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने नैतिक और व्यवहारिक शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया है।
प्राकृतिक चिकित्सा और योग में अंतरराष्ट्रीय पहचान
डॉ. उमेश का योगदान केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है। वे प्राकृतिक चिकित्सा, योग और नेचुरोपैथी के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। उन्होंने इन विधाओं को अपनाकर समाज के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया है। उनके द्वारा किए गए कार्यों के कारण उन्हें इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान भी प्राप्त हुई है। उन्होंने चिकित्सा के पारंपरिक तरीकों को वैज्ञानिक आधार पर जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है।
समाज में प्रेरणादायक व्यक्तित्व
डॉ. उमेश प्रसाद सिंह समाज सुधारक के रूप में भी जाने जाते हैं। वे सामाजिक जागरूकता अभियानों, स्वास्थ्य शिविरों और ग्रामीण विकास कार्यक्रमों से जुड़े रहे हैं। उनका मानना है कि एक समृद्ध समाज के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और नैतिक मूल्यों का समन्वय आवश्यक है। उनके कार्यों से प्रेरित होकर कई युवा भी समाजसेवा की ओर अग्रसर हुए हैं।
सम्मान की घोषणा पर क्षेत्र में हर्ष
जैसे ही उनके ‘भारत श्री अवार्ड 2025’ के लिए चयन की खबर आई, शिक्षा जगत, समाजसेवियों, सहकर्मियों और स्थानीय नागरिकों में हर्ष की लहर दौड़ गई। लोगों ने उन्हें बधाइयां दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। यह सम्मान न केवल डॉ. उमेश की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे पटना और बिहार राज्य के लिए गर्व का विषय बन गया है। डॉ. उमेश प्रसाद सिंह का ‘भारत श्री अवार्ड 2025’ के लिए चयन यह साबित करता है कि समर्पण, सेवा और निष्कलंक कार्य किसी भी क्षेत्र में व्यक्ति को सम्मान दिला सकते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह सम्मान निश्चय ही उन्हें और अधिक सेवा कार्यों के लिए प्रोत्साहित करेगा तथा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक और कदम सिद्ध होगा।

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