November 13, 2025

पटना में सड़क पार कर रही महिला को स्कार्पियो ने मारी टक्कर, मौके पर हुई दर्दनाक मौत

पटना। राजधानी पटना में बुधवार की देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने एक गरीब परिवार की खुशियों को छीन लिया। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के महेश नगर में मगधी अस्पताल के सामने सड़क पार कर रही महिला को एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस हादसे ने इलाके में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया।
काम से लौट रही थी महिला
मृतका की पहचान मनोरमा देवी, उम्र लगभग 45 वर्ष, के रूप में हुई है। वह मूल रूप से गया जिले की रहने वाली थीं। शादी के कुछ समय बाद ही पति ने जन्म के बाद उन्हें और उनके बच्चे को छोड़ दिया था, जिसके बाद वह अपने बेटे दीपक के साथ पटना आकर रहने लगीं। रोजी-रोटी चलाने के लिए वे शहर के कई घरों में घरेलू काम करती थीं। बुधवार की देर शाम भी वे हमेशा की तरह अपने काम से लौट रही थीं। लगभग 6 बजे के आसपास जैसे ही उन्होंने सड़क पार करने की कोशिश की, तभी अचानक तेजी से आ रही स्कॉर्पियो ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वे हवा में उछलकर सड़क पर गिर गईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
बेटे को मिली दिल दहला देने वाली खबर
मनोरमा देवी के बेटे दीपक, जो केबल ऑपरेटर का काम करता है, काम से लौटकर घर में उनकी प्रतीक्षा कर रहा था। शाम के समय जब वह घर लौटा और मां नहीं पहुंची, तो उसने सोचा कि शायद वे देर से काम खत्म कर रही होंगी। इसी बीच उसे फोन पर हादसे की जानकारी मिली। दीपक ने मौके पर पहुंचकर अपनी मां के निर्जीव शरीर को देखा तो वह फफक पड़ा। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया हादसे का मंजर
राहगीरों के अनुसार, स्कॉर्पियो काफी तेज रफ्तार में थी। मनोरमा देवी सड़क पार करने से पहले पीछे हटने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज थी कि वे खुद को संभाल नहीं सकीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर के बाद महिला कुछ सेकंड के लिए हवा में उछली और फिर बीच सड़क पर जोर से गिरीं। आसपास के लोग तुरंत उनके पास पहुंचे, लेकिन तब तक सब खत्म हो चुका था।
पुलिस की कार्रवाई
पाटलिपुत्र थाना प्रभारी अतुलेश कुमार सिंह ने बताया कि दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा गया है। पुलिस फिलहाल स्कॉर्पियो वाहन और उसके चालक की तलाश कर रही है। उन्होंने बताया कि यह एक हिट एंड रन का मामला प्रतीत होता है और वाहन की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
महेश नगर क्षेत्र में ट्रैफिक प्रबंधन और सड़क सुरक्षा पहले से ही स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय रहा है। यहां शाम के समय बड़ी संख्या में वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं। सड़क के किनारे पर्याप्त रोशनी नहीं है और न ही पैदल यात्रियों के लिए कोई सुरक्षित ज़ेब्रा क्रॉसिंग बनी हुई है। इस कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस व्यस्त सड़क पर स्पीड ब्रेकर, सिग्नल और स्ट्रीट लाइट लगाने की जल्द व्यवस्था की जाए। उनका कहना है कि अगर समय रहते ऐसी सुविधाएँ लागू होतीं, तो मनोरमा देवी की जान बच सकती थी।
अकेले दम पर चला रही थी परिवार
मनोरमा देवी की जिंदगी संघर्षों से भरी थी। पति द्वारा छोड़ दिए जाने के बाद उन्होंने ही बेटे की परवरिश की और घर का पूरा बोझ अपने कंधों पर उठाया। वर्षों से वह दूसरों के घरों में काम कर परिवार का पेट पालती रही थीं। उनकी मौत के बाद बेटे दीपक पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह अकेले ही परिवार की जिम्मेदारी संभालने को मजबूर है।
समाज के लिए सीख
यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा की अनदेखी कितनी बड़ी हानि पहुंचा सकती है। तेज रफ्तार वाहन, सड़क पार करते पैदल यात्रियों के लिए खतरा बने हुए हैं। यह जरूरी है कि लोग नियमों का पालन करें और प्रशासन भी सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए। पटना में सड़क पार कर रही मनोरमा देवी की मौत एक बेहद दुखद घटना है, जिसने एक परिवार को बेसहारा कर दिया। यह दुर्घटना न केवल वाहन चालक की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि शहर में सड़क सुरक्षा उपायों की कमी की ओर भी इशारा करती है। पुलिस वाहन चालक की तलाश में जुटी है, जबकि परिवार अपने अपनों की अचानक मौत से सदमे में है। ऐसी घटनाएं सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता और प्रशासनिक सख्ती की महत्ता दोहराती हैं, ताकि भविष्य में कोई और परिवार इस तरह अपना सहारा न खोए।

You may have missed