पटना में प्राइवेट स्कूल संचालक की गोली मारकर हत्या, वारदात के बाद अपराधी फरार

पटना। खगौल थाना क्षेत्र में रविवार की रात एक सनसनीखेज वारदात हुई, जब एक निजी स्कूल के संचालक अजीत कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना डीएवी स्कूल के पास सगुना-खगौल रोड पर हुई। अजीत कुमार स्कूटी से अपने गांव मुस्ताफपुर जा रहे थे, तभी अपराधियों ने उन्हें सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वे स्कूटी से गिर पड़े और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
घटनास्थल से मिली एक गोली का खोखा
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और दानापुर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मौके से एक गोली का खोखा बरामद किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हत्या को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और घटना के कारणों की गहराई से पड़ताल की जा रही है।
व्यक्तिगत विवाद को माना जा रहा है हत्या की वजह
अजीत कुमार खगौल थाना क्षेत्र के मुस्तफापुर गांव के निवासी थे। वे लेखा नगर में ‘आरएन सिन्हा’ नाम से एक निजी स्कूल चलाते थे। जानकारी के अनुसार उन्होंने करीब 15 साल पहले एक शादीशुदा महिला से विवाह किया था। उस महिला का एक बेटा था, जो उसके पहले पति के साथ रहता है, जबकि अजीत कुमार के दो बच्चे हैं। बताया जा रहा है कि अजीत और उनकी पत्नी के बीच पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था, जिस वजह से वे कुछ समय के लिए गांव में अपने बुजुर्ग पिता के पास रहने चले गए थे।
बुजुर्ग पिता से मिलने जा रहे थे अजीत
रविवार की रात अजीत कुमार अपने बीमार 95 वर्षीय पिता नरेश चंद्र प्रसाद से मिलने के लिए स्कूटी से लेखा नगर स्थित अपार्टमेंट से निकले थे। लेकिन रास्ते में अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया। राहगीरों ने जब गोली चलने की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस कर रही है जांच, जल्द खुलासा का दावा
खगौल थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। इस दौरान सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि अजीत कुमार की हत्या सिर में गोली मारकर की गई है। उन्होंने दावा किया कि मामले का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है, जिसमें पारिवारिक विवाद और व्यक्तिगत दुश्मनी को केंद्र में रखकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं पुलिस की विफलता को उजागर कर रही हैं। जिस तरीके से एक स्कूल संचालक को गोली मारी गई, उसने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों और स्थानीय नागरिकों ने जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है। अजीत कुमार की हत्या ने न सिर्फ उनके परिवार को गहरा सदमा दिया है बल्कि पटना के आम नागरिकों में भी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। एक शिक्षाविद् की सरेराह हत्या इस बात का संकेत है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता से कार्रवाई करती है और अपराधियों को कब तक कानून के शिकंजे में लाया जाता है।
