समस्तीपुर में सरपंच की गोली मारकर निर्मम हत्या, देसी पिस्तौल समेत तीन जिंदा कारतूस बरामद, आरोपी फरार

समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां देर रात एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान बिशनपुर बीड़ी पंचायत के सरपंच सुनील राय के रूप में हुई है। हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव और आक्रोश का माहौल है। इस घटना को मोहिउद्दीन नगर थाना क्षेत्र में अंजाम दिया गया, जहां देर रात करीब एक बजे गोलीबारी हुई।
आरोपी सरपंच का पड़ोसी, पहले भी हो चुकी थी झड़प
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि हत्या के पीछे आरोपी विपिन राय का सरपंच के ड्राइवर संजीव से पुराना विवाद था। विपिन, सरपंच के ड्राइवर को गाड़ी चलाने से मना करता था और उसे डराया-धमकाया करता था। जब इस बात की जानकारी सुनील राय को हुई तो उन्होंने विपिन से सीधे बात की। इसी बात से नाराज होकर विपिन ने अपने साथियों के साथ पहले तो मंगलवार की शाम को फायरिंग की और बाद में रात को दोबारा आकर जानलेवा हमला कर दिया।
पहले फायरिंग से बचा परिवार, लेकिन दोबारा हमला जानलेवा साबित हुआ
मंगलवार की शाम करीब आठ बजे हुए पहले हमले में गांव के लोगों और सरपंच के परिवार ने साहस दिखाते हुए विपिन और उसके साथियों को खदेड़ दिया था। मामला कुछ समय के लिए शांत हो गया था, लेकिन विपिन ने देर रात दोबारा हमला किया। रात 12:30 से 1:00 बजे के बीच वह हथियारों के साथ फिर पहुंचा और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
घायल सरपंच को बचाने की कोशिश, लेकिन नहीं बचाई जा सकी जान
फायरिंग के दौरान एक गोली सुनील राय के सीने (पंजरे) में जा लगी। गोली की आवाज सुनकर घर के सदस्य और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। घायल अवस्था में उन्हें पहले मोहिउद्दीन नगर पीएचसी, फिर पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल और अंत में समस्तीपुर सदर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौके से हथियार और कारतूस बरामद, एफएसएल टीम कर रही जांच
पुलिस ने घटनास्थल से एक देसी पिस्तौल, तीन खोखे और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पटोरी के डीएसपी बीके मेधावी ने एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम को जांच के लिए बुलाया है। आरोपी फिलहाल फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
परिवार और ग्रामीणों में गुस्सा, न्याय की मांग तेज
मृतक के भाई अनिल राय का कहना है कि इस हत्याकांड के पीछे कोई जमीन विवाद नहीं था, बल्कि यह पूरी तरह से ड्राइवर को लेकर उपजा मनमुटाव और अहंकार की टकराहट थी। गांव में सरपंच की लोकप्रियता और निष्पक्ष कार्यशैली के कारण लोग इस घटना से काफी आहत हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। सरपंच सुनील राय की हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न सिर्फ व्यक्तिगत दुश्मनी का परिणाम है बल्कि यह कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। प्रशासन के लिए यह जरूरी हो गया है कि वह त्वरित कार्रवाई कर जनता का विश्वास बहाल करे और ऐसे अपराधों पर सख्ती से अंकुश लगाए।
