विश्वेश्वरैया भवन में आग से झुलसे सफाई कर्मी की इलाज के दौरान मौत, मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों का प्रदर्शन
पटना। राजधानी पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग को कई घंटे की मशक्कत के बाद बुझाया जा सका। इसमें करोड़ों की संपत्ते और कागजात की क्षति हुई है। इसके साथ ही जगदीश प्रसाद नामक एक सफाई व्यक्ति की जान भी चली गई। मृतक के परिजनों ने आज शव के साथ विश्वेश्वरैया भवन कैंपस में प्रदर्शन किया और मुआवजा की मांग की। इस दौरान परिजनों ने कहा कि आग लगने की वजह से मजदूर जगदीश झुलस गए थे। उन्हें रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया और पीएमसीएच मे भर्ती कराया गया,जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का परिवार काफी गरीब है। इसलिए परिवार के भरण पोषण के लिए मुआवजा मिलना जरूरी है।
जानकारी के अनुसार, राजधानी पटना स्थित विश्वेश्वरैया भवन में बुधवार की सुबह आग लग गई। पांचवें तल पर लगी आग ऊपर सातवें और नीचे तीसरे तल तक विस्तार पा गई। सुबह आग लगी थी और शाम करीब छह बजे तक आग की लपटों पर काबू तो पा लिया गया, लेकिन बिल्डिंग से धुआं उठता रहा। आस-पड़ोस के जिलों से अग्निशमन वाहन बुलाए गए। इस भवन में पांच विभागों के कार्यालय हैं। ग्रामीण कार्य विभाग, भवन निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग और पथ निर्माण विभाग के सामान जल गए हैं।
विश्वेश्वरैया भवन में अगलगी से हुई करोड़ों की क्षति
बताया जा रहा हैं की विश्वेश्वरैया भवन में बुधवार को लगी आग में करोड़ों की क्षति हुई हैं। आग लगने से पांचवां, छठा और सातवां फ्लोर क्षतिग्रस्त हुआ है। घटना में कई विभागों के दफ्तर जल गए हैं। महत्वठपूर्ण कागजात राख हो गए हैं। गुरुवार को भवन की सफाई हो रही है। भवन में दो दिनों तक आम लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया है।