रूझानों में बीजेपी की बढ़त पर समाजवादी पार्टी का EVM पर हमला, कहा- BJP संवैधानिक संस्‍थाओं को कमजोर कर रही

यूपी। उत्‍तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती की जारी है। शुरुआती रूझानों में बीजेपी ने बढ़त बना ली है। इस बीच समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर ईवीएम को लेकर सवाल खड़े किए हैं। सपा के प्रवक्‍ता राजेन्‍द्र चौधरी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भाजपा देश की संवैधानिक संस्‍थाओं को कमजोर कर रही है। उन्‍होंने चुनाव आयोग पर सत्‍ता के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍हें अपने संवैधानिक दायित्‍वों का निर्वहन करना चाहिए लेकिन समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जब ईवीएम ले जाती हुई गाड़ि‍यों और बैलेट पेपर्स को पकड़ा तब जाकर निर्वाचन आयोग कुछ हरकत में आया। यह सत्‍ता का दबाव कहा जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा संवैधानिक संस्‍थाओं का सम्‍मान नहीं करती है। लोकतंत्र का सम्‍मान नहीं करती है। पीड़ित जनका की आवाज, उनके दु:ख-दर्द को अनसुना करती है। सपा का मानना है कि यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है।

यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई, अब बदलाव के लिए क्रांति करनी होगी : अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी को भी इसी का एक हिस्सा बताया है। अखिलेश यादव ने मंगलवार शाम को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है और अब बदलाव के लिए क्रांति करनी होगी। वाराणसी-सोनभद्र से शुरू हुए इस शक-सुबहे की वजह से सपा और भाजपा के बीच ऐसी रार छिड़ी कि सपाई सारी रात पहरा देते नज़र आए। बता दे की मेरठ की हस्तिनापुर से सपा उम्‍मीदवार योगेश वर्मा दूरबीन से ईवीएम की निगरानी करते रहे तो कानपुर में आधी रात के बाद भजन कीर्तन करते सपाइयों ने रात भर रुक-रुक नारा लगाया-‘लड़ाई बड़ी करारी है, आज की रात भारी है।’ अखिलेश यादव ने 10 मार्च तक सपाइयों से ऐसी ही मुस्‍तैदी दिखाने का आह्वान किया था। मंगलवार की रात लखनऊ में अचानक बुलाई प्रेस कॉफ्रेन्‍स में अखिलेश ने ईवीएम बदलने को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए थे।

You may have missed