सहरसा में CM नीतीश के शराबबंदी की निकली हवा, थाने से महज़ 100 मीटर की दूरी पर बिकती हैं शराब
सहरसा, बिहार। सहरसा के महुआ बाजार में पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर शराब बिक रही है। शराब झाड़ियों में छिपाकर रखी जाती है। बता दे की बसनही थाना से 100 मीटर की दूरी पर मछली हाट के पास देसी शराब धड़ल्ले से खरीदी और बेची जा रही है। वही यहां महिलाएं शराब बेच रही थीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां महुआ से शराब बनाई भी जाती है। पुलिस की छापेमारी से बचाने के लिए देसी शराब को जंगल और झाड़ियों में छिपाकर रखी जाती है। पूर्ण शराबबंदी को लेकर बरती जा रही सख्ती के बावजूद देसी शराब के कारोबारियों ने नई जगह खोज ली है। पुलिस की छापेमारी के दौरान शराब को जब्त होने से बचाने के लिए ऐसा किया गया है।
मिलाया जा सकता है जहर, बड़े हादसे की आशंका
शराबबंदी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष सारी मर्यादाओं को तोड़ एक- दूसरे को नीचा दिखाने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में जंगलों में छुपाकर रखी गई शराब को जहरीली बनने और गोपालगंज की घटना की पुनरावृत्ति होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। वही ग्रामीण इस बात से आशंकित हैं कि अगर कोई असमाजिक तत्व झाड़ियों में रखी शराब की खुली पड़ी टिन में चुपचाप जहर मिला दे या फिर कोई जहरीला कीड़ा इसमें गिरकर मर जाए। तब क्या होगा! पूरी शराब जहरीली हो जाएगी और इस शराब से कितने ही लोगों की मौत भी हो सकती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई है। लेकिन, कार्रवाई तो दूर पुलिस ने इधर झांकना तक मुनासिब नहीं समझा।
मामले पर जानिए क्या कहती हैं पुलिस
वहीं इस पुरे मामले पर बसनही के थाना प्रभारी रहमान अंसारी ने कहा है कि शराब का धंधा लगभग बंद हो चुका है। सूचना के आधार पर कार्रवाई की जाती है। पिछले एक सप्ताह में 28 लीटर शराब बरामद की गई और एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है। शुक्रवार को भी बलिया नहर से एक लीटर शराब बरामद की गई है।