PATNA : पटना नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मचारी आर्थिक दोहन से हो रहे परेशान, आयुक्त को भी नहीं हो रही चिंता, जानिए पूरा मामला

पटना। पटना नगर निगम में कार्यरत सफाई मजदूरों चालकों निजी एजेंसी के सफाई मजदूरों के साथ हो रहे मनमानी आर्थिक मानसिक व शारीरिक दोहन शोषण से निगम कर्मी परेशान हैं परन्तु नगर आयुक्त को इसकी चिंता नहीं है। एक तरफ कोरोना और कड़ाके के ठंड से पटना नगर निगम के सफाई मजदूर परेशान हैं वहीं वार्ड में प्रभारी सफाई निरीक्षक के तंग तबाह और मनमानी से खाश कर सफाई मजदूर परेशान। ठंड के मौसम में प्रत्येक वर्ष नवंबर से मार्च माह तक सफाई मजदूरों की उपस्थिति हाजिरी का समय 6,30 बजे से 6 ,45 बजे तक निर्धारित है परन्तु बजे जो मजदूर हाजिरी पर नहीं आता है उसकी हाजिरी काट दिया जाता है जिससे सफाई मजदूरों चालकों में आक्रोश व्याप्त है कर्मचारियों का कहना है कि जो मजदूर प्रत्येक दिन बारहों महीने काम में आंतें है जो हमेशा इमानदारी और निष्ठा के साथ वार्ड के सफाई लगे रहता है उसी को तंग किया जाता है उसी का हाजिरी काटी जाती है जो घर बैठे बिना काम के वेतन लेता है जिसका उपस्थिति हाजिरी मुबाइल फोटो से स्क्रीन टच कर बायोमेट्रिक मसिन में फर्जी हाजिरी बनाइ जाती है उसको खोजने वाला कोई नहीं है।

पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के महासचिव नंदकिशोर दास , जलापूर्ति शाखा के अध्यक्ष दिलीप रावत संघ के पूर्व अध्यक्ष राम सिंह पूर्व उपाध्यक्ष देव नाथ सिंह चंदन कुमार यादि ने कहा कड़ाके के ठंड में सिकुड़ते हुए सफाई मजदूर शहर की सफाई करने के मजबूर हैं गर्म वर्दी मास्क शेनिटेजर साबुन आदि निगम कर्मियों को अब तक नहीं आज 19 जनवरी हो गया परन्तु माह दिसंबर 2021 का वेतन नहीं मिला है। संघ के नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे प्रभारी सफाई निरीक्षक से लेकर सिटी मैनिजर कार्य पालक पदाधिकारियों और वार्ड पार्षदों से लेकर महापौर उपमहापौर आदि सफाई मजदूरों चालकों आदि कर्मियों को तंग करने और मनमानी ढंग परेशान करने पर रोक नहीं लगाई गई तो पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ भ्रष्टाचार के खिलाफ भेद खोलो अभियान चलाया जाएगा।