एसवीयू अब तक नहीं पकड़ सकी 2 हजार करोड़ के बिग टेंडर स्कैम के मास्टर माइंड रिशु श्री को,दर्जन भर आईएएस खतरे के घेरे में
- खुलासे के बाद बिहार के दर्जन भर आईएएस अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे
- ब्यूरोक्रेसी की एक मजबूत लाबी के द्वारा उसे बचाने का कुप्रयास जारी
- पटना से दिल्ली-दुबई तथा यूरोप तक इस बिग टेंडर स्कैम की धनराशि का बेहद गोपनीय तरीके से निवेश
पटना, (बन बिहारी)। स्पेशल विजिलेंस यूनिट के द्वारा एफआईआर दर्ज किए हुए तीन माह से अधिक बीत गए।लेकिन अभी तक बिहार के सबसे बड़े घोटाले के ‘मास्टर की’ बिहार के पावर कॉरिडोर का सबसे बड़ा ब्रोकर लगभग 2000 करोड़ से अधिक के टेंडर घोटाले का मास्टरमाइंड रिशु रंजन सिन्हा उर्फ रिशु श्री को अभी तक एसवीयू टीम गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मिली जानकारी के मुताबिक अगर मोस्ट पावरफुल करप्ट ब्रोकर रिशु श्री को गिरफ्तार कर लिया जाता है।तो उसके खुलासे के बाद बिहार के दर्जन भर आईएएस अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे।इसलिए ब्यूरोक्रेसी की एक मजबूत लाबी के द्वारा उसे बचाने का कुप्रयास किया जा रहा है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट को को रिशु श्री के संबंध में जांच के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारियां भी मिली है।सिर्फ बड़े ब्यूरोक्रेट नहीं बल्कि राजनेताओं से भी उसकी घनिष्ठ मधुर संबंध थे।बड़े पैमाने पर रिशु श्री की कंपनियों के द्वारा बिहार में अधिकारियों तथा राजनेताओं को फंडिंग किया गया है। पटना से दिल्ली दुबई तथा यूरोप तक इस बिग टेंडर स्कैम की धनराशि का बेहद गोपनीय तरीके से निवेश किया गया है। रिशु श्री की फर्म बिहार सरकार के विभिन्न विभागों जैसे जल संसाधन, स्वास्थ्य, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, शहरी विकास, बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम (बीयूआईडीसीओ), शिक्षा, भवन निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग में ठेकेदार या उपठेकेदार के रूप में काम करती थी। रिशु श्री बड़े अधिकारियों से साठगांठ करके इन विभागों से निकलने वाले करोड़ों के निविदाओं का भ्रष्ट तरीके से बंदरबाट करता था। निविदाओं के निपटारे में वर्क अलॉटमेंट से लेकर भुगतान तक करोड़-अरबों का खेल खेला जाता था।विगत जुलाई 2024 में आईएएस अधिकारी संजीव हंस पर की गई ईडी के द्वारा कार्रवाई के दौरान छापेमारी में रिशु श्री के बिग टेंडर स्कैम के सबूत बरामद हुए।इसके बाद काफी मशक्कत के उपरांत ईडी के द्वारा दिए गए प्रमाण के आधार पर बिहार पुलिस की स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने अप्रैल 2025 में रिशु रंजन सिन्हा उर्फ रिशु श्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।एफआईआर दर्ज किए हुए तीन माह से अधिक बीत चुके हैं।लेकिन अभी तक इस मामले में एसवीयू को कोई खास सफलता हाथ में लगी है।


