मुख्यमंत्री ने की जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी दिशा निर्देश
- सीएम नीतीश बोले- सात निश्चय पार्ट- 2 के काम को जल्द से जल्द पूरा करवाइए
पटना। सीएम नीतीश की अध्यक्षता में आज एक, अणे मार्ग स्थित ‘नेक संवाद’ में जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की गई। वही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वही इस बैठक में जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने प्रजेंटेशन दिया और विभागीय कार्यों के साथ-साथ योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। वही इस बैठक में अभियंता प्रमुख (सिंचाई) ईश्वर चन्द्र ठाकुर ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से नहर उन्नयन कार्य की जानकारी दी। उन्होंने नहरों और नदी तटबंधों पर समेकित योजना के तहत सड़क सम्पर्कता, कृषि उत्पादन को बाजार सुलभता, हरित ऊर्जा उत्पादन, हरित आवरण संवर्द्धन कार्य को लेकर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही पुनपुन बराज योजना के संबंध में भी जानकारी दी। वही समीक्षा के दौरान CM नीतीश ने कहा कि सात निश्चय पार्ट-2 के अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई पहुंचाने के कार्य में तेजी लाएं।

किसानों को सिंचाई का प्रबंध होने से उन्हें कृषि कार्य में काफी सहूलियत होगी। चतुर्थ कृषि रोड मैप में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के विकास के लिए विस्तृत योजना बनायी गयी है। उन्होंने आगे कहा कि नदी तटबंधों पर हरित आवरण को बढ़ावा दें। वहां सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिले। ऐसी व्यवस्था करें कि नहरों में पूर्ण क्षमता के साथ जलस्राव हो ताकि अंतिम छोर तक पानी पहुंचे व सिंचित क्षेत्र में बढ़ोतरी हो। जो भी प्रस्तावित नई कार्य योजनाओं की जानकारी दी गयी है, उसका स्थलीय निरीक्षण आवश्यक है। जल संचयन क्षेत्र में वृद्धि के लिए जो योजना बनायी गयी है, उस पर भी तेजी से काम करें। उन्होंने आगे कहा की पहाड़ी के तलहट्टी क्षेत्रों में भी जल संचयन क्षेत्र को विकसित करें। सरकार किसानों के हित में लगातार कार्य कर रही है। वही इस बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ.एस. सिद्धार्थ, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, अभियंता प्रमुख (सिंचाई) ईश्वर चन्द्र ठाकुर, जल संसाधन विभाग के सलाहकार रविंद्र शंकर सहित अन्य वरीय अधिकारी और अभियंता मौजूद थे।

