बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 96 अमीनों को किया बर्खास्त, जानिए पूरा मामला

पटना। राज्य के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 96 अमीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। यह सभी अमीन संविदा पर कार्यरत थे, और अब बर्खास्तगी के बाद इन्हें अपना वेतन भी लौटाना होगा। दरअसल राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीनों के ऊपर कार्यवाही की है। उनकी डिग्री फर्जी पाई गई थी विभाग के भू अभिलेख और परिमाप निदेशालय ने इन 96 अमीनो की इंजीनियरिंग में डिग्री और डिप्लोमा के सर्टिफिकेट की जांच के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों को भेजा था।

जिसमें सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए। सेवा से बर्खास्तगी के बाद संविदा पर कार्यरत इन अमीनों के खिलाफ अब विभाग एफआईआर दर्ज कराने जा रहा है। साथ ही साथ उन्होंने हर महीने 30000 रुपये का मानदेय भी लिया है। जो अब वापस लौट आना होगा अभी राज्य सरकार की तरफ से अन्य अमीनों के सर्टिफिकेट की जांच भी कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे विभाग निर्णय करेगा।
जमीन सर्वे के काम से जुड़े इन अमीनों को पिछले साल जुलाई के महीने में संविदा पर चयन किया गया था। ये सभी अमीन पिछले डेढ़ साल से राज्य में चल रहे जमीन सर्वे में अपनी भूमिका निभा रहे थे। भू अभिलेख और परिमाप निदेशक जय सिंह के मुताबिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन रिपोर्ट से यह पता चला कि इन्होंने गलत और फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नियोजन लेने में सफलता पायी। ऐसे में नियोजन के टर्म ऑफ व एग्रीमेंट के गाइडलाइन के मुताबिक उन संविदा अमीनों का नियोजन तत्काल समाप्त कर दिया गया है। जिन विश्वविद्यालयों से अमीनों का सर्टिफिकेट जांच कराया गया उसमें सबसे अधिक 38 अमीनों की डिग्री को बुन्देलखंड यूनिवर्सिटी में झांसी ने फर्जी पाया है।