पटना में रिटायर्ड बुजुर्ग एक लाख की ठगी, बैग लेकर फरार हुए दो बाइक सवार अपराधी
पटना। फुलवारीशरीफ इलाके में मंगलवार को एक ठगी की ऐसी वारदात सामने आई जिसने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। दिनदहाड़े बैंक से पैसे निकालकर लौट रहे एक बुजुर्ग से दो बाइक सवार अपराधियों ने एक लाख रुपये से भरा बैग चुरा लिया। यह घटना उस समय हुई जब पीड़ित अपना कपड़ा धोने के बहाने अपराधियों के झांसे में फंस गए।
घटना कैसे हुई
72 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी अब्दुल कयूम ने दोपहर करीब 12 बजे इंडियन बैंक से एक लाख रुपये निकाले। पैसे और अन्य महत्वपूर्ण कागजात उन्होंने अपने बैग में रखे। जैसे ही वे फुलवारीशरीफ प्रखंड गेट के पास माता शीतला मंदिर के पास पहुंचे, वहां दो युवक बाइक पर आए। इनमें से एक युवक ने उनके कुर्ते पर गुटखे की पीक फेंक दी। फिर दूसरा युवक सहानुभूति दिखाते हुए अब्दुल कयूम को पास के नल पर कपड़ा धोने की सलाह देने लगा। बुजुर्ग उस पर भरोसा कर गए और बैग को नल के पास रखकर कुर्ता धोने लगे। इसी बीच मौका पाकर बाइक सवार उनका बैग लेकर फरार हो गए। जब तक अब्दुल कयूम को एहसास हुआ, तब तक अपराधी दूर निकल चुके थे।
पुलिस की देरी से पहुंच
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। करीब आधे घंटे बाद एएसआई शिव शंकर प्रसाद मौके पर पहुंचे। इस बीच अपराधी आसानी से भाग निकले। लोगों ने इस घटना की जानकारी पटना के सिटी एसपी पश्चिम भानु प्रताप सिंह तक भी दी।
सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना उस इलाके के बेहद पास हुई जहां पुलिस अनुमंडल कार्यालय स्थित है। इतना ही नहीं, बैंक के सामने ट्रैफिक थाना के अधिकारी भी तैनात रहते हैं। इसके बावजूद अपराधियों ने बिना किसी डर और भय के इस ठगी को अंजाम दिया। इससे क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधियों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे खुलेआम बैंक से पैसे निकालने वालों को निशाना बना रहे हैं। यह स्थिति न केवल आम नागरिकों को डराती है बल्कि कानून व्यवस्था की कमजोरी को भी उजागर करती है।
पीड़ित पर दोहरी मार
अब्दुल कयूम बिजली विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उम्र के इस पड़ाव पर उन्होंने इतनी बड़ी रकम किसी काम के लिए निकाली थी, लेकिन चोर-उचक्कों ने उनकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर दिया। इस घटना से पीड़ित और उनका परिवार स्तब्ध है। उनकी पासबुक और अन्य कागजात भी बैग के साथ चोरी हो गए हैं, जिससे परेशानी और बढ़ गई है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
फुलवारी शरीफ थाना प्रभारी गुलाम शाहबाज आलम ने कहा है कि पीड़ित द्वारा लिखित शिकायत मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
गलत तरीकों से लोगों को फंसाने की चाल
इस घटना ने यह दिखा दिया है कि अपराधियों के तरीके कितने चालाक और खतरनाक होते जा रहे हैं। पहले गुटखा फेंककर पीड़ित को विचलित करना और फिर सहानुभूति का दिखावा कर उसे अपनी सुरक्षा में लापरवाह बना देना, अपराधियों की सोची-समझी चाल थी। यह तरीका खासतौर पर बुजुर्गों और अनभिज्ञ लोगों को धोखा देने के लिए अपनाया जाता है।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
इलाके के लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। बैंक से पैसे निकालकर निकलते ही ग्राहकों को फॉलो करना और सही मौके पर हमला करना आम हो गया है। इसके बावजूद पुलिस की गश्ती और पैनी नजर न होना सबसे बड़ी समस्या है।
भविष्य के लिए सबक
यह वारदात उन सभी नागरिकों के लिए सबक है जो बैंक से पैसे निकालने के बाद बिना सुरक्षा की परवाह किए घर लौटते हैं। विशेषज्ञों और पुलिस की सलाह है कि बड़ी रकम निकालने के बाद अकेले न जाएं, साथ में किसी भरोसेमंद व्यक्ति को लेकर चलें। आसपास के संदिग्ध लोगों पर खास नजर रखें और अगर कोई परेशानी खड़ी करने की कोशिश करे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पटना की इस घटना ने यह साबित कर दिया कि अपराधी संगठित तरीके से काम कर रहे हैं और पुलिस की निगरानी के बावजूद ऐसे मामले रुक नहीं रहे हैं। बुजुर्ग अब्दुल कयूम से एक लाख रुपये की ठगी हुई, लेकिन इससे कहीं बड़ा नुकसान जनता के मन में उपजी असुरक्षा है। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस केवल घटना होने के बाद ही कार्रवाई करेगी या फिर अपराध रोकने के लिए इलाके में गश्त और सतर्कता को और बढ़ाएगी। फिलहाल आम नागरिकों में डर और आक्रोश दोनों है और वे कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद लगाए बैठे हैं।


