खबरें फतुहा की : जेल से छूटे हत्यारोपी ने की फायरिंग, चिकित्सक के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी, माता सती का निकला जुलूस

जेल से छूटे हत्यारोपी ने अपने सहयोगियों के साथ की फायरिंग, कोई हताहत नहीं
फतुहा। बुधवार सुबह पटना के फतुहा थाना क्षेत्र के नगीना टोला में जेल से छूटे हत्या के एक आरोपी द्वारा अपने सहयोगियों के साथ आकर फायरिंग करने का मामला सामने आया है। सुबह सुबह फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीण खौफ से घरों में छिप गये। आरोपियों ने करीब सात से आठ चक्र गोली चलायी है। हालांकि इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन सूचना मिलते ही जब पुलिस नगीना टोला पहुंची तो सारे आरोपी धोवा नदी पार कर गौरीचक थाना क्षेत्र में प्रवेश कर गए और फरार हो गए।
विदित हो कि बीते वर्ष नगीना टोला के अशोक राम की हत्या कर एक पईन में फेंक दी गई थी। इस हत्याकांड में धोवा नदी पार गौरीचक थाना क्षेत्र के चक सूरत गांव के कई लोग नामजद किए गए थे, जिसमें पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसी आरोपी पर ग्रामीणों ने जेल से छूटने के बाद गांव में आकर गोलीबारी करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है।

फतुहा पीएचसी के एक चिकित्सक के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी
फतुहा। मधुबनी के एडीजे 5 न्यायालय के द्वारा फतुहा पीएचसी में पदस्थापित चिकित्सक डॉ. एके प्रभात के विरुद्ध गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है। इस संदर्भ में न्यायालय के द्वारा पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी के नाम न्यायालय के आदेश का तामिल कराने हेतु पत्र प्रेषित किया गया है। चिकित्सक डॉ. एके प्रभात पर मधुबनी जिले के माधवापुर थाना कांड संख्या- 99/17 के तहत न्यायालय में सशरीर उपस्थित होकर गवाही न देने का आरोप है। चिकित्सा प्रभारी डॉ. सुधा शंकर राय ने उन्हें मधुबनी न्यायालय में आदेश का पालन करने के लिए उपस्थित होने का निर्देश जारी कर दिया है।

माता सती का जुलूस बैंड-बाजा व हाथी-घोड़े के साथ निकाली गई


फतुहा। बुधवार को सबलपुर में होली के बसियौरा पर माता सती का जुलूस बैंड-बाजा व हाथी-घोड़े के साथ निकाली गई। नाच गाने के साथ यह जुलूस सबलपुर से कच्ची दरगाह तक आयी। इसके बाद सबलपुर स्थित गंगा घाट किनारे जुलूस का समापन किया गया। जुलूस में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। जुलूस की सुरक्षा में नदी थाना तथा दीदारगंज थाना की पुलिस मौजूद थी। विदित हो कि सबलपुर के पुनाडीह गांव से यह जुलूस सैंकड़ों वर्ष पूर्व से होली के दूसरे दिन बसियौरा पर निकाली जाती है। ग्रामीणों की माने तो यह सती पूजा गांव तथा आसपास के इलाके में महामारी या संक्रामक रोग से बचाने के लिए किया जाता है।

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