बिहार में पद से हटाए गए गृह सचिव एस सिद्धार्थ, आचार संहिता के कारण हुई कार्रवाई
पटना। चुनावी बिगुल बजने के बाद पूरे देश में आचार संहिता लागू कर दी गयी है। वहीं लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अब भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ा कदम उठाया है। सोमवार को बिहार समेत 6 राज्यों के गृह सचिव को पद से हटाने का आदेश जारी किया गया है। निष्पक्ष चुनाव के उद्देश्य के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। नाव आयोग ने बिहार के गृह सचिव एस सिद्धार्थ को हटा दिया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, झारखंड, हिमाचल प्रदेश के गृह सचिवों को भी हटाया गया है। वहीं पश्चिम बंगाल के डीजीपी को भी चुनाव आयोग ने हटा दिया है। 16 मार्च को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के दौरान ही साफ कर दिया था कि जो भी अधिकारी तीन साल से अधिक समय से एक ही स्थान पर पदस्थापित हैं, उनको बदला जाएगा। बता दें कि इससे पहले चुनाव आयुक्त राजीव कुमार खुद बिहार दौरे पर आए थे और बारीकी से तमाम चीजों का अध्ययन किया था। एस सिद्धार्थ पर भी इसी के तहत कार्रवाई की गई है। माना जा रहा है कि अभी और अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। इससे पहले चुनाव की घोषणा से पहले ही मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को बदला जा चुका है और उनके स्थान पर 1989 बैच के आईएएस ब्रजेश मेहरोत्रा को मुख्य सचिव बनाया गया है।4 मार्च को ब्रजेश मेहरोत्रा ने पदभार ग्रहण किया। चुनाव आयोग का कहना है यह एक्शन चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित कराने के लिए लिया गया है। चुनाव आयोग की इस कार्रवाई से कड़ा संदेश जाता है कि लोकसभा चुनाव 2024 का आयोजन समान स्तर पर किया जाएगा। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को 2016 में सूबे के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी सक्रिय चुनाव ड्यूटी से हटा दिया था। इसके साथ ही बृहन्मुंबई नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल के साथ ही अतिरिक्त आयुक्त और उपायुक्त को भी हटा दिया गया है। इसके साथ ही मिजोरम और हिमाचल प्रदेश के जीएडी सचिव को भी हटा दिया गया है।
16 मार्च को जारी हुआ है चुनावी शेड्यूल
बता दें कि देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। पूरे देश में 7 चरणों में चुनाव होंगे और 4 जून को नतीजे आएंगे। 16 मार्च को चुनावी शेड्यूल जारी कर निर्वाचन आयोग के आयुक्त राजीव कुमार ने मतदाताओं से खास अपील की थी और ज्यादा से ज्यादा मतदान करने का आग्रह किया था। उन्होंने बताया था कि वोटर अपने एपिक नंबर से बूथ की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
43 दिन तक चलेगी लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया
पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी। देशभर में इलेक्शन की प्रक्रिया 43 दिन तक चलेगी। जबकि 4 जून को नई सरकार का ऐलान हो जाएगा। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी, जबकि दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां फेज 20 मई, छठवां फेज 25 मई और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा।