रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में मंत्रियों-आईपीएस अफसरों का चहेता गिरफ्तार

JHARKHAND : कोरोना के कहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। लेकिन हमारे बीच कुछ ऐसे लोग हैं जो इस आपदा को अवसर में बदलने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। इन दिनों कोरोना आपदा में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी मांग है। इसी मांग को देखते हुए कुछ लोग उक्त दवा की जमकर ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक डोज की कीमत 45 से 50 हजार तक पीड़ितों से वसूल रहे हैं।
झारखंड पुलिस ने एक शख्स को कांके रोड से दबोचा है। जिसे जानकर आप सिस्टम को कोसने पर मजबूर हो जाएंगे। जहां एक ओर सरकार सीधे अपनी मॉनिटरिंग में अस्पतालों के जरिये इसे मरीजों तक पहुंचा रही है। लेकिन विभाग के अधिकारियों-कर्मियों की मिलीभगत से कुछ लोग इस दवा को पचास हजार तक में बेच रहे हैं। रांची पुलिस ने इस कालाबाजारी के खेल में शामिल एक शख्स को कांके रोड स्थित उसके फ्लैट से दबोचा है।
बताया जा रहा है कि जिस शख्स पकड़ा गया है वो झारखंड के कुछ मंत्रियों और आइपीएस अधिकारियों का काफी करीबी है। पकड़े गए शख्स की पहचान राजीव कुमार सिंह के रूप में की गई है। पुलिस का कहना है कि यह व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में शामिल था। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर रेमडेसिविर इंजेक्शन राजीव कुमार तक कैसे पहुंच रही थी। राजीव कुमार पर 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन 1.10 लाख में बेचने का आरोप है।
