कटिहार में लॉरेंस गैंग के नाम पर व्यापारी से मांगी रंगदारी, पुलिस ने दो अपराधियों को किया गिरफ्तार

कटिहार। कटिहार जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर एक स्थानीय व्यापारी से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। सहायक थाना क्षेत्र के ललियाही शिवाजी नगर निवासी पीड़ित व्यक्ति को अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप कॉल कर धमकी दी गई कि अगर मांगी गई रकम नहीं दी गई तो उनके परिवार को जान से मार दिया जाएगा। इस कॉल के बाद से व्यापारी और उनका परिवार काफी दहशत में आ गया।
पुलिस की तत्परता से खुला मामला
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ स्टेट पुलिस की एसटीएफ इकाई को भी शामिल किया गया। तकनीकी अनुसंधान के आधार पर मामले की जांच शुरू की गई। मोबाइल कॉल डिटेल्स और व्हाट्सएप कॉल्स को ट्रेस करते हुए पुलिस ने जल्द ही आरोपी तक पहुंचने में सफलता पाई।
पहला आरोपी किशनगंज से गिरफ्तार
कटिहार पुलिस ने जांच के दौरान पहले आरोपी अभिमन्यु कुमार उर्फ मन्नू कुमार को किशनगंज जिले से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभिमन्यु ने स्वीकार किया कि उसने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। वह पीड़ित व्यापारी को डराना चाहता था ताकि रंगदारी वसूल सके। इसके लिए उन्होंने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम का सहारा लिया, ताकि धमकी ज्यादा गंभीर और असरदार लगे।
दूसरा आरोपी ललियाही से गिरफ्तार
अभिमन्यु की निशानदेही पर पुलिस ने दूसरे आरोपी अमर कुमार उर्फ अमन कुमार को ललियाही क्षेत्र से गिरफ्तार किया। पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि यह पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ था। अमर कुमार और पीड़ित के बीच पूर्व से भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते अमर ने अपने दोस्त अभिमन्यु की मदद से व्यापारी को डराकर पैसे वसूलने की योजना बनाई।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
कटिहार के एएसपी अभिजीत कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस तरह की और घटनाएं इन लोगों से जुड़ी तो नहीं हैं। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं आरोपियों का कोई बड़ा आपराधिक गिरोह से संबंध तो नहीं है। आरोपियों के पास से मोबाइल और तकनीकी उपकरण जब्त किए गए हैं जिनकी जांच की जा रही है।
साजिश का हुआ पर्दाफाश
कटिहार पुलिस की सक्रियता और तकनीकी जांच की मदद से यह गंभीर मामला सुलझ गया। अगर समय पर कार्रवाई नहीं होती तो शायद यह साजिश और गंभीर रूप ले सकती थी। लॉरेंस बिश्नोई जैसे कुख्यात अपराधी के नाम का इस्तेमाल कर डर फैलाने का प्रयास किया गया था, लेकिन पुलिस की सख्ती और आधुनिक अनुसंधान की वजह से साजिशकर्ता सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे स्थानीय स्तर पर व्यक्तिगत दुश्मनी को अंजाम देने के लिए अपराधी बड़े नामों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस की तत्परता और तकनीकी संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल से ऐसे मामलों को समय रहते सुलझाया जा सकता है। फिलहाल, कटिहार पुलिस की टीम इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
