रेल मंत्री ने की क्षेत्रीय रेलों के महाप्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक: परियोजनाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश

हाजीपुर। रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्राद्यौगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा बीते 20 फरवरी को रेल भवन, नई दिल्ली में भारतीय रेल के सभी क्षेत्रीय रेलों के महाप्रबंधक के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीके त्रिपाठी सहित रेलवे बोर्ड के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में रेल विकास सहित विभिन्न मदों में की गई निवेश की समीक्षा और वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए प्रस्तावित निवेश योजना पर विस्तृत चर्चा की गयी।
धनराशि मिलने से पहले कागजी प्रक्रिया पूरी करें
इस बैठक में रेल मंत्री द्वारा क्षेत्रीय रेलों की रेल परियोजनाओं और उसकी प्रगति की समीक्षा की गयी। रेल मंत्री द्वारा समीक्षा के दौरान परियोजनाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने निर्देश जारी किया कि बजट धनराशि मिलने से पहले ही रेल विकास से संबंधित योजनाओं की कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए ताकि योजनाओं पर अप्रैल से ही जमीनी स्तर पर कार्य प्रारंभ किया जा सके, जिससे परियोजनाएं बिना किसी विलंब के समय से पूरी की जा सके। रेल मंत्री ने कहा कि बजट में धनराशि आवंटित होने के उपरांत अगर रेल विकास की योजनाएं बनाने का काम शुरू किया जाता है तो इसमें कई महीने लग जाते हैं और योजनाएं पर कार्य समय से प्रारंभ नहीं हो पाता है और इस कारण योजनाएं समय से पूरी भी नहीं हो पाती है। इसका परिणाम यह होता है कि बजट में योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि भी शेष रह जाती है।
परियोजनाओं से अवगत कराया
इस दौरान पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक द्वारा पूर्व मध्य रेल की महत्वपूर्ण निर्माण परियोजनाओं की प्रगति से रेल मंत्री को अवगत कराया गया। इसके साथ ही महाप्रबंधक ने रेल मंत्री को वैसी परियोजनाओं से भी अवगत कराया, जो महत्वपूर्ण रेलखंडों पर रेल परिचालन में अड़चन (बोटलनेक) को दूर करने काफी सहायक होगा।
गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं
समीक्षा बैठक के दौरान रेल मंत्री ने वैसी परियोजनाओं को उच्च प्राथमिकता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया, जिससे रेल राजस्व प्राप्त होती हो। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को पूरा करने के क्रम में कार्य की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाए। उन्होंने मालगाड़ियों के समयबद्ध परिचालन पर जोर दिया। रेल मंत्री ने कहा कि खनन एवं अन्य उद्योगों से निरंतर संपर्क स्थापित कर उनकी जरूरतों के अनुरूप हम अपनी आधारभूत संरचनाओं का विकास करें ताकि हम उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। रेल मंत्री ने महाप्रबंधकों को रेल परिचालन में संरक्षा एवं सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही।
