पटना में रेस्ट हाउस में रेलवे कर्मचारी ने की आत्महत्या, पंखे से लटकी में मिली लाश

पटना। बाढ़ अनुमंडल में स्थित एक रेस्ट हाउस में रविवार देर रात एक रेलवे कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान मोकामा के मोलदियार टोला निवासी नीरज के रूप में हुई है। नीरज दानापुर रेलवे में कार्यरत था और उसकी शादी सिर्फ एक साल पहले हुई थी। नीरज के भाई टुनटुन कुमार ने बताया कि वह दो दिन पहले ड्यूटी से घर जाने के लिए निकला था। लेकिन शनिवार से उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ था, जिससे परिवार के लोग चिंतित थे। बाढ़ स्टेशन रोड स्थित जिस रेस्ट हाउस में नीरज ठहरा था, उसके संचालक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि नीरज ने होटल के नियम के अनुसार, चेकआउट का समय सुबह 11 बजे था। जब सुबह 11:15 बजे तक नीरज ने कमरा खाली नहीं किया, तो कर्मचारियों ने दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद जब कोई जवाब नहीं मिला तो होटल कर्मियों ने वेंटिलेशन से अंदर झांककर देखा। वहां का दृश्य देखकर वे दंग रह गए नीरज का शव पंखे से लटका हुआ था। तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही बाढ़ थाने के सब-इंस्पेक्टर रविरंजन सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा और घटनास्थल की जांच शुरू की। आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस ने मामले की फॉरेंसिक टीम को सूचित कर दिया है। पुलिस ने मृतक नीरज के परिवार को घटना की जानकारी दे दी है। नीरज की आत्महत्या से पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। फिलहाल, आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस यह जांच कर रही है कि नीरज किसी मानसिक तनाव में था या किसी अन्य समस्या से जूझ रहा था। रेलवे कर्मचारी नीरज की अचानक आत्महत्या की खबर ने परिवार और सहकर्मियों को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह घटना कई सवाल खड़े करती है क्या नीरज किसी व्यक्तिगत या पेशेवर तनाव से जूझ रहा था? क्या उसकी मौत के पीछे कोई और कारण है? इन सभी सवालों के जवाब जांच पूरी होने के बाद ही सामने आ पाएंगे। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है और जल्द ही इस रहस्य से पर्दा उठने की संभावना है।
