October 28, 2025

पटना में राहुल गांधी की हुंकार, कहा- वोट चोरी का ऐसा हाइड्रोजन बम देंगे, फिर पीएम देश को चेहरा नहीं दिखाएंगे

पटना। बिहार की राजनीति में सोमवार का दिन बेहद अहम रहा। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में निकाली गई वोटर अधिकार यात्रा का समापन पटना में हुआ। यह यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी और लगभग 23 जिलों से गुजरते हुए 1 सितंबर को पटना पहुंची। गांधी मैदान से आरंभ होकर यह पदयात्रा चार किलोमीटर दूर हाईकोर्ट स्थित अंबेडकर मूर्ति तक आयोजित की गई। इस यात्रा को प्रतीकात्मक रूप से “गांधी से अंबेडकर” नाम दिया गया, जिससे यह संदेश दिया गया कि महात्मा गांधी के आदर्श और बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान ही देश की असली ताकत हैं। यात्रा के अंतिम चरण में डाकबंगला चौराहे पर जनसभा आयोजित की गई। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से रैली को इसी स्थान तक सीमित रखने की अनुमति दी थी। इसी दौरान कांग्रेस और महागठबंधन के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी। सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या की, वही आज संविधान की हत्या करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा कि भाजपा वोट चोरी कर लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। राहुल ने अपने संबोधन में महाराष्ट्र के चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि वहाँ लोकसभा चुनाव में विपक्ष की जीत हुई, लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा ने “वोट चोरी” करके सत्ता हथिया ली। उनका दावा था कि लगभग एक करोड़ नए वोटर जोड़े गए और ये वोट भाजपा गठबंधन के खाते में डाले गए। राहुल ने कहा कि “एटम बम से बड़ा हाइड्रोजन बम होता है, और वोट चोरी की सच्चाई ऐसा हाइड्रोजन बम है, जो सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का चेहरा दिखाने लायक नहीं रहेंगे। इस सभा में कई बड़े राष्ट्रीय नेता भी शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस की ओर से सांसद यूसुफ पठान, शिवसेना (उद्धव गुट) के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सुप्रिया सुले, कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेताओं की मौजूदगी ने महागठबंधन की ताकत का प्रदर्शन किया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इस पदयात्रा में शामिल हुए। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस अवसर पर नहीं पहुंच सकीं। राहुल गांधी का यह भाषण बिहार की राजनीति में आने वाले चुनावों की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने अपने वक्तव्य में यह स्पष्ट किया कि विपक्ष भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए तैयार है और जनता को जागरूक करने की मुहिम आगे भी जारी रहेगी। इस यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसे बड़े नेता भी शामिल हुए, जिससे विपक्षी गठबंधन की एकता का संदेश पूरे देश तक पहुँचा। कुल मिलाकर, पटना में हुई इस सभा और यात्रा के समापन ने यह दिखा दिया कि महागठबंधन अब “वोटर अधिकार” को केंद्र में रखकर भाजपा के खिलाफ चुनावी लड़ाई को तेज करने जा रहा है। राहुल गांधी के “हाइड्रोजन बम” वाले बयान ने इस कार्यक्रम को और अधिक राजनीतिक धार दे दी है। बिहार से उठी यह आवाज़ आने वाले दिनों में राष्ट्रीय राजनीति पर कितना असर डालेगी, यह चुनाव परिणाम ही तय करेंगे।

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