भुवनेश्वर में राहुल गांधी ने वोटर वेरीफिकेशन पर उठाए सवाल, कहा- चुनाव आयोग महाराष्ट्र जैसे चोरी कर रहा, करने नहीं देंगे

भुवनेश्वर/पटना। भुवनेश्वर में आयोजित एक सार्वजनिक सभा के दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर भारतीय चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष संस्था नहीं रह गई है और अब यह सत्तारूढ़ भाजपा के लिए काम कर रही है। बिहार में चल रहे मतदाता सूची सत्यापन अभियान को उन्होंने ‘नई साजिश’ करार दिया और आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मतदाता सूची में हेरफेर करना है।
महाराष्ट्र का हवाला देते हुए बिहार में आशंका जताई
राहुल गांधी ने अपने भाषण में महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से वहां विधानसभा चुनाव में धांधली के आरोप लगे थे, उसी तरीके से अब बिहार में भी कुछ वैसा ही करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया और अब चुनाव आयोग के माध्यम से बिहार में वही खेल दोहराना चाह रही है। राहुल का मानना है कि यदि समय रहते इस साजिश का विरोध नहीं किया गया तो लोकतंत्र की नींव ही खतरे में पड़ सकती है।
वोटर वेरिफिकेशन पर विपक्ष की आपत्तियां
बिहार में इन दिनों मतदाता सूची को अद्यतन करने की प्रक्रिया चल रही है। चुनाव आयोग का कहना है कि यह एक नियमित प्रक्रिया है जिससे मृत या दोहरे नाम हटाए जा सकें और नए योग्य मतदाताओं को सूची में शामिल किया जा सके। लेकिन विपक्ष का आरोप है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और इससे दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और गरीब वर्गों के नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं। राहुल गांधी का यह बयान इसी आशंका की पृष्ठभूमि में आया है।
भाजपा पर सीधा हमला
राहुल गांधी ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा जानती है कि जनता का समर्थन उसके साथ नहीं है, इसलिए वह चुनाव आयोग के माध्यम से चुनाव परिणामों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए फर्जी वोटर जोड़ने और असली मतदाताओं के नाम काटने जैसे हथकंडों का सहारा ले रही है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे जागरूक रहें और अपने मताधिकार की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरने से भी पीछे न हटें।
लोकतंत्र की रक्षा का आह्वान
राहुल गांधी ने सभा के माध्यम से लोकतंत्र की रक्षा के लिए जन जागरूकता अभियान की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज जब लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है, तब हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह अपने मताधिकार के लिए खड़ा हो। उन्होंने विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट हों और इस लड़ाई को मजबूती से लड़ें।
राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज
राहुल गांधी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। जहां विपक्ष इसे लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई बता रहा है, वहीं भाजपा इसे बेबुनियाद आरोप करार दे रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है और उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाना केवल जनता को गुमराह करने की कोशिश है। राहुल गांधी का भुवनेश्वर से उठाया गया यह मुद्दा सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले दिनों में यह राष्ट्रीय राजनीति में अहम मुद्दा बन सकता है। मतदाता सूची की शुचिता और पारदर्शिता पर उठते सवाल आने वाले विधानसभा चुनावों को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में देखना होगा कि चुनाव आयोग विपक्ष के आरोपों का क्या जवाब देता है और सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।

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