बेगूसराय में पलायन यात्रा में शामिल हुए राहुल गांधी, लोगों की भारी भीड़ उमड़ी, केवल 24 मिनट में समाप्त हुआ कार्यक्रम

बेगूसराय/पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर बिहार के दौरे पर हैं। इस बार वे बेगूसराय में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की अगुवाई में निकाली जा रही ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में शामिल हुए। यह यात्रा राज्य में बढ़ते बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे को लेकर आयोजित की गई थी। हालांकि, राहुल गांधी की यह पदयात्रा मात्र 24 मिनट में समाप्त हो गई, जिससे कई लोगों में उत्सुकता और सवाल भी उठे।
राहुल गांधी का स्वागत और यात्रा की शुरुआत
राहुल गांधी सोमवार सुबह दिल्ली से पटना पहुंचे और वहां से सीधे हेलिकॉप्टर के ज़रिए बेगूसराय के लिए रवाना हुए। बेगूसराय पहुंचने के बाद उन्होंने कन्हैया कुमार और हजारों कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा में हिस्सा लिया। राहुल गांधी तकरीबन 1 किलोमीटर की दूरी पैदल चले और इस दौरान लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। समर्थकों ने सफेद टी-शर्ट पहन रखी थी और हाथों में पार्टी के झंडे लिए हुए थे। पूरा माहौल कांग्रेस के समर्थन में गूंज रहा था।
नुक्कड़ सभा रद्द, भीड़ बनी वजह
इस यात्रा के बाद राहुल गांधी को कपस्या चौक टाउनशिप गेट के पास एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करना था, लेकिन यह कार्यक्रम अचानक रद्द कर दिया गया। सभा रद्द होने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन माना जा रहा है कि भारी भीड़ और सुरक्षा कारणों की वजह से ऐसा किया गया। तय कार्यक्रम के मुताबिक राहुल को 11 बजे से 11:45 बजे तक बेगूसराय में रुकना था, मगर वे 11:41 बजे ही पटना के लिए रवाना हो गए।
कार्यकर्ताओं से नहीं हो सकी मुलाकात
राहुल गांधी की इस यात्रा के दौरान उन्हें कुछ डेलीगेट्स और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करनी थी, लेकिन भीड़ की अधिकता के कारण यह मुलाकात संभव नहीं हो सकी। बताया गया कि 6-7 प्रमुख कार्यकर्ताओं को उनसे मिलवाने की योजना थी, मगर सुरक्षा और भीड़ के दबाव के चलते योजना को रद्द करना पड़ा।
कन्हैया कुमार ने युवाओं को किया प्रेरित
यात्रा के दौरान कन्हैया कुमार ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार को छोड़ने की मजबूरी को खत्म करने के लिए सबको मिलकर आवाज उठानी होगी। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं है, बल्कि युवाओं के भविष्य की लड़ाई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नौकरी, शिक्षा और विकास के मुद्दे को लेकर एकजुट होकर चलें।
पटना में कार्यक्रमों की श्रृंखला
बेगूसराय से लौटने के बाद राहुल गांधी पटना पहुंचे, जहां उनका संविधान सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम था। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित इस सम्मेलन में आजादी की लड़ाई से जुड़े महापुरुषों को याद किया गया। कार्यक्रम के संयोजक अनिल जय हिंद ने बताया कि 1 से 7 अप्रैल के बीच जन्मे स्वतंत्रता सेनानियों जैसे बाबू जगजीवन राम, प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी और बुद्धु नोनिया को इस सम्मेलन में विशेष रूप से याद किया जाएगा।
सामाजिक संगठनों की भागीदारी
इस सम्मेलन में लगभग 200 सामाजिक संगठनों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है और करीब 5000 लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले लोग अलग-अलग सामाजिक पृष्ठभूमियों से हैं और उन्होंने अपनी स्वेच्छा से इसमें भाग लिया है। यह आयोजन संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा करने की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक प्रयास माना जा रहा है।
तीसरी बार बिहार दौरे पर राहुल
गौरतलब है कि राहुल गांधी का यह चार महीनों में तीसरा बिहार दौरा है। इससे पहले भी वे राज्य में विभिन्न मुद्दों को लेकर सक्रियता दिखा चुके हैं। उनकी इस यात्रा को आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है, जिसमें कांग्रेस बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
