October 29, 2025

बिहटा में धूमधाम से मनाया गया विश्वकर्मा पूजा

बिहटा। नगर क्षेत्र में बुधवार को विश्वकर्मा पूजा का पर्व बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। सुबह से ही पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया और देर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ विभिन्न प्रतिष्ठानों, उद्योगों और वाहन शोरूमों में उमड़ती रही। हर जगह भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर विशेष पूजा की गई। शहर के प्रतिष्ठित मौर्या मोटर्स में भव्य पूजा-पाठ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई थी। पूरे परिसर को फूलों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया। पूजा के उपरांत श्रद्धालुओं के बीच भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। वहीं, स्पेक्टेरा फ्लाई इंडस्ट्रीज में दिनभर धार्मिक माहौल बना रहा। यहां भजन-कीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय कलाकारों और श्रद्धालुओं ने मिलकर भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। ढोल-नगाड़ों और मंजीरों की ताल पर भक्त झूम उठे। कार्यक्रम में आसपास के इलाकों से भी लोगों की भागीदारी रही। नगर के वाहन मालिकों में भी विश्वकर्मा पूजा को लेकर उत्साह देखने को मिला। कई लोगों ने अपने-अपने वाहनों को फूलों और रंगीन कपड़ों से दुल्हन की तरह सजाया। इसके बाद मंत्रोच्चारण और विधि-विधान से पूजा की गई। वाहन मालिकों का मानना है कि विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर वाहनों की पूजा करने से दुर्घटनाओं से बचाव होता है और कार्यक्षेत्र में उन्नति मिलती है। शरणागति होंडा सहित अन्य वाहन शोरूमों और प्रतिष्ठानों में भी विशेष पूजा-अर्चना की गई। पूजा के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया। दुकानों और उद्योगों में सुबह से ही रौनक बनी रही। पूजा के अवसर पर श्रमिकों और कर्मचारियों ने भी पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। पूरे दिन बिहटा क्षेत्र का वातावरण धार्मिक और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर रहा। जगह-जगह भक्ति गीतों और मंत्रोच्चारण की गूंज सुनाई देती रही। श्रद्धालु परिवार के साथ पूजा स्थलों पर पहुंचे और भगवान विश्वकर्मा से सुख-समृद्धि की कामना की। स्थानीय लोगों ने बताया कि विश्वकर्मा पूजा न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है बल्कि यह मेहनतकशों, श्रमिकों, तकनीशियनों और उद्योग जगत से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन हर कोई अपने औजारों और उपकरणों की पूजा करता है और कार्य में सफलता की प्रार्थना करता है। बिहटा में आयोजित कार्यक्रमों में यह भी देखा गया कि पूजा-अर्चना के साथ-साथ सामाजिक एकता और सामूहिकता का भी अद्भुत संदेश दिया गया। हर वर्ग के लोग मिलकर इस उत्सव में शामिल हुए और आपसी भाईचारे का परिचय दिया। विश्वकर्मा पूजा के कारण बुधवार को पूरे नगर में उत्सव जैसा माहौल बना रहा। सुबह से ही बाजारों और पूजा स्थलों पर भीड़ देखने को मिली। दुकानों पर फूल, प्रसाद और पूजा सामग्री की अच्छी खासी बिक्री हुई। कुल मिलाकर बिहटा में इस वर्ष की विश्वकर्मा पूजा बेहद विशेष और यादगार रही। आस्था, भक्ति और सामाजिक एकजुटता का जो नजारा पूरे दिन देखने को मिला उसने यह साबित कर दिया कि यह पर्व न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि समाज को जोड़ने वाला अवसर भी है।

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