पटना में मानदेय देने की मांग को लेकर राशन डीलरों का विरोध प्रदर्शन, हड़ताल पर जाने की दी चेतावनी
पटना। बिहार की सभी जिलों से आए हजारों फेयर प्राइस डीलर ने 30 अक्टूबर सोमवार को गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन किया है। डीलर की मांग है कि उनका मानदेय 30000 रुपए किया जाए, साथ ही उन्हें सरकारी सेवक माना जाए। इस मांग को लेकर वे लोग लगातार 1 साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार उन्होंने मांग नहीं माने जाने की स्थिति पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। खगड़िया से आए फेयर प्राइस डीलर रामेश्वर सिंह का कहना है कि सरकार हम लोगों को राशन वितरण करने के नाम पर सिर्फ 90 पैसे प्रति क्विंटल कमीशन देती है, जिससे कुछ नहीं होता है। निश्चित तौर पर स्टाफ भी रखना होता है और बहुत सारा काम होता है, इसलिए शुरू से ही हम लोग मांग करते रहे हैं कि अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी कमीशन की राशि बढ़ाई जाए, साथ ही मानदेय की घोषणा की जाए। हम सरकार से मांग कर करते हैं कि 30000 रुपए मानदेय की राशि के रूप में दी जाए। सरकार उन लोगों को राज्य कर्मी घोषित करे। क्योंकि, राज्यकर्मी की तरह ही उन लोगों से काम लिया जाता है। गरीब लोगों को अनाज देना है और एक आदमी भी नहीं छूटे यह हमारा प्रयास रहता है। जो काम हम लोग कर रहे हैं वह सब से बड़ा काम है और ऐसे काम के लिए सरकार को हमलोगों को राज्यकर्मी का दर्जा देना चाहिए। इसी मांग को लेकर हम लोग आज गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे हैं। दरभंगा से आए राजीव कुमार चौबे ने कहा कि गुजरात में 2 रुपये प्रति क्विंटल की दर से फेयर प्राइस डीलर को कमीशन दिया जाता है, जबकि बिहार में 90 पैसे प्रति क्विंटल के हिसाब से ही कमीशन दिया जा रहा है जो की ठीक नहीं है। निश्चित तौर पर हमारे कमीशन की राशि बढ़ाई जाए साथ ही सरकार हम लोगों को राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाए। इसी मांग को लेकर हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।


