मई महीने में दो बार बिहार आएंगे प्रधानमंत्री, खेलो इंडिया कार्यक्रम का करेंगे उद्घाटन, शाहाबाद का भी करेंगे दौरा

पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मई महीने में दो बार बिहार दौरा संभावित है। हाल ही में 24 अप्रैल को मधुबनी की यात्रा कर चुके प्रधानमंत्री अब एक बार फिर बिहार आने वाले हैं। हालांकि इन दौरों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस बाबत जानकारी दी है।
चार मई को पटना में खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्घाटन
पीएम मोदी का पहला संभावित दौरा चार मई को पटना में हो सकता है। इस दिन वे खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ मंच साझा करेंगे। यह कार्यक्रम न केवल खेलों के प्रति युवाओं में उत्साह जगाने का माध्यम बनेगा, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी यह बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर जब राज्य में चुनावी सरगर्मी बढ़ रही हो, तो इस तरह के आयोजनों में प्रधानमंत्री की उपस्थिति खास मायने रखती है।
शाहाबाद क्षेत्र का दौरा 30 मई को प्रस्तावित
प्रधानमंत्री का दूसरा दौरा 30 मई को संभावित है, जिसमें वे शाहाबाद क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि कार्यक्रम सासाराम में होगा या औरंगाबाद में, लेकिन इन दोनों जिलों में से किसी एक को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। शाहाबाद क्षेत्र, जो कि राजनीतिक रूप से अत्यंत संवेदनशील है, में प्रधानमंत्री की रैली को एनडीए की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में हुई रणनीतिक चर्चा
प्रधानमंत्री के इन संभावित दौरों को लेकर पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने की। इसमें पार्टी की सांगठनिक गतिविधियों को तेज करने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें राज्य और केंद्र स्तर के नेता भाग लेंगे। इसके साथ ही प्रदेश कमेटी के नए गठन को लेकर भी चर्चा हुई।
मगध और शाहाबाद क्षेत्रों को साधने की रणनीति
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर मगध और शाहाबाद क्षेत्र में, जहां एनडीए को पिछले लोकसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। महागठबंधन ने जिन 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी, उनमें से 7 इसी क्षेत्र की थीं। यही कारण है कि बीजेपी और उसके सहयोगी दल इन इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
चुनावी जमीन मजबूत करने की तैयारी
प्रधानमंत्री के संभावित दौरे को बीजेपी की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। पटना और शाहाबाद जैसे इलाकों में उनकी मौजूदगी से कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ेगा और जनता से संवाद कायम करने का एक सशक्त मंच भी मिलेगा। यह स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है और प्रधानमंत्री के दौरे से इसकी रणनीति को और बल मिलेगा। इन प्रस्तावित दौरों से यह संकेत मिल रहा है कि आगामी महीनों में बिहार की राजनीति और भी ज्यादा गर्माने वाली है। जनता की नजरें अब प्रधानमंत्री मोदी की अगली यात्रा पर टिकी हुई हैं।
