प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदमपुर एयरबेस पहुंचे, जवानों से मिले और बढ़ाया हौसला

- ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना के पराक्रम को किया सलाम, कहा- ‘भारत सशस्त्र बलों के प्रति हमेशा आभारी रहेगा’
आदमपुर/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह पंजाब स्थित आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन का दौरा किया और वहां भारतीय वायु सेना के जवानों से मुलाकात की। यह दौरा हाल ही में संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर के ठीक एक दिन बाद हुआ, जिसमें भारतीय सेना की निर्णायक भूमिका की वैश्विक स्तर पर सराहना हो रही है। इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री ने सैनिकों से बातचीत की, सैन्य तैयारियों का निरीक्षण किया और देश की सुरक्षा में लगे इन रणबांकुरों का उत्साहवर्धन किया। प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज सुबह मैं एएफएस आदमपुर गया और हमारे बहादुर वायु योद्धाओं और सैनिकों से मिला। साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक लोगों के साथ रहना एक बहुत ही खास अनुभव था। भारत हमारे सशस्त्र बलों के प्रति हमेशा आभारी रहेगा, क्योंकि वे हमारे देश के लिए हर काम करते हैं। वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को मौजूदा हालात और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति से जुड़ी जानकारी भी दी। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से की गई एक विशेष सैन्य कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य सीमापार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करना था। इससे पहले, 7 मई को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले सैनिकों, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा था, “मैं भारत की वीर सेना, सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों और हमारे वैज्ञानिकों को सलाम करता हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि इस ऑपरेशन के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट हो गया है कि अब कोई भी आतंकी अगर भारत की बेटियों के माथे से सिंदूर मिटाने की कोशिश करेगा, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक चली भीषण सीमा-पार गोलीबारी के बाद 10 मई को संघर्ष विराम समझौता हुआ है। सोमवार शाम दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (DGMO) के बीच एक बार फिर वार्ता हुई, जिसमें सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को रोकने और सीमा पर पूर्ण शांति बनाए रखने की सहमति बनी। इस बातचीत में यह भी सहमति बनी कि अब एक भी गोली नहीं चलेगी। प्रधानमंत्री का आदमपुर दौरा केवल एक प्रतीकात्मक पहल नहीं, बल्कि सेना के साथ एकजुटता का शक्तिशाली संदेश है। यह दौरा दर्शाता है कि केंद्र सरकार न केवल देश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि सेना के हर जवान के मनोबल को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। देशभर से इस दौरे को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, और यह उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री का यह कदम आने वाले समय में जवानों के मनोबल को और ऊंचाई देगा, साथ ही सीमाओं की रक्षा में लगे हर सैनिक को यह एहसास कराएगा कि पूरा देश उनके साथ है।
