November 20, 2025

प्रेम कुमार बनेंगे बिहार विधानसभा के नए स्पीकर, नाम को लेकर एनडीए में बनी सहमति

पटना। बिहार की राजनीति इस समय बड़े राजनीतिक परिवर्तनों और अहम निर्णयों के दौर से गुजर रही है। आज का दिन खास इसलिए है क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दसवीं बार पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इसके साथ ही सत्ता गठबंधन एनडीए के भीतर महत्वपूर्ण पदों के बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाओं को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी क्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार विधानसभा का स्पीकर पद भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा और पार्टी ने इसके लिए वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार के नाम पर अंतिम सहमति बना ली है।
नीतीश कुमार का दसवीं बार शपथ ग्रहण
पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान आज एक बार फिर राजनीति का केंद्र बनने जा रहा है। सुबह साढ़े 11 बजे नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह घटना इसलिए विशेष मानी जा रही है क्योंकि नीतीश कुमार भारतीय राजनीति में उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हो रहे हैं, जिन्होंने इतने लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने पहली बार वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, हालांकि सात दिनों में उनकी सरकार गिर गई थी। लेकिन 2005 में सत्ता में वापसी के बाद उन्होंने लगातार राजनीतिक मजबूत स्थिति बनाए रखी और अगले दो दशकों में नौ बार शपथ लेकर यह साबित किया कि वे बिहार की राजनीति के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक हैं। आज उनका शपथ ग्रहण दसवीं बार होगा, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक आंकड़ा है।
मंत्रिमंडल गठन की तैयारियां
शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल है। बिहार के मुख्यमंत्री के साथ भारतीय जनता पार्टी कोटे से दो उपमुख्यमंत्री और लगभग 13 मंत्री शपथ लेंगे। इसके साथ ही अन्य सहयोगी दलों के नेताओं को भी मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और देश के 11 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे, जिससे यह आयोजन और भी भव्य होने वाला है। मंत्री पद की सूची को लेकर फोन जाना शुरू हो चुका है। जमुई से विधायक श्रेयसी सिंह को भी फोन गया है और यह तय माना जा रहा है कि वे पहली बार मंत्री पद की शपथ लेंगी।
स्पीकर पद को लेकर बनी सहमति
बीजेपी और जदयू के बीच पिछले कुछ दिनों से विधानसभा अध्यक्ष के पद को लेकर खींचातानी बनी हुई थी। जदयू की ओर से यह संकेत मिल रहे थे कि पार्टी इस पद को अपने पास रखना चाहती है, जबकि बीजेपी इसे अपनी हिस्सेदारी का अहम पद मान रही थी। बीजेपी का तर्क था कि मुख्यमंत्री पद जदयू के पास है, इसलिए विधान सभा अध्यक्ष का पद स्वाभाविक रूप से उसके हिस्से में आना चाहिए। आखिरकार दोनों दलों के बीच बातचीत के बाद यह तय हो गया कि स्पीकर पद बीजेपी के पास रहेगा और इसके लिए नाम तय कर लिया गया है। बीजेपी ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार को आगे किया है, जिनके नाम पर अब जदयू की भी सहमति बन चुकी है।
प्रेम कुमार का राजनीतिक अनुभव
प्रेम कुमार बिहार राजनीति में लंबे समय से सक्रिय और बेहद अनुभवी नेता हैं। वे गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से लगातार नौ बार विधायक चुने गए हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा 1990 के दशक से शुरू हुई और तब से वे हर चुनाव में जीत दर्ज करते आए हैं। सरकार में भी वे कई अहम विभागों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं, जिनमें स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, सड़क निर्माण और शहरी विकास विभाग शामिल हैं। उनकी प्रशासनिक क्षमता और संगठनात्मक पकड़ को देखते हुए उन्हें स्पीकर पद के लिए उपयुक्त माना जा रहा है। बिहार में नई सरकार के गठन, मंत्रिमंडल विस्तार और सत्ता समीकरणों के बीच स्पीकर पद पर प्रेम कुमार की ताजपोशी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश देती है। यह केवल पद का बंटवारा नहीं, बल्कि एनडीए में शक्ति संतुलन और आपसी समझ का संकेत भी है। नीतीश कुमार की दसवीं शपथ के साथ बिहार की राजनीति का एक और नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, जिसमें प्रेम कुमार की भूमिका विधानसभा संचालन की दृष्टि से केंद्रीय रहेगी।

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