रविशंकर प्रसाद का राहुल गांधी पर हमला, कहा- उनको विदेश नीति की समझ नहीं, कर रहे देश को कमजोर

पटना। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाने पर लिया है। पटना स्थित भाजपा कार्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के वैश्विक प्रभाव और भारत को मिले अंतरराष्ट्रीय समर्थन पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के बयानों की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें भारत की विदेश नीति की समझ न होने का आरोप लगाया।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेशों में भारत को समर्थन
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद भारत सरकार ने वैश्विक स्तर पर कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल दुनिया के प्रमुख देशों में भेजे गए, जिनमें सभी दलों के सांसद शामिल थे। यह पहल न केवल भारत की सुरक्षा स्थिति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्पष्ट रूप से रखने की मंशा से की गई, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की मांग भी की गई। रविशंकर प्रसाद खुद यूरोप के दौरे पर गए और उन्होंने बताया कि भारत के इस प्रयास को अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन जैसे देशों का स्पष्ट समर्थन मिला है। सभी देशों ने पहलगाम की घटना की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सोच स्पष्ट है कि इस समस्या के प्रति किसी प्रकार की सहानुभूति नहीं दिखाई जा सकती।
राहुल गांधी के बयानों पर सख्त टिप्पणी
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वे बार-बार ऐसे बयान देते हैं जो भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का हर बयान पाकिस्तान में तालियों के साथ दिखाया जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि उनके शब्द किसके पक्ष में खड़े होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राष्ट्रीय नेता भारत की विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ उसके रुख को कमजोर करने का काम करता है। रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी की विदेश यात्राओं और वहां दिए गए बयानों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि एक जिम्मेदार नेता को ऐसे वक्तव्यों से बचना चाहिए जो भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों को प्रभावित कर सकते हैं।
पाकिस्तान और आतंकवाद पर स्पष्ट रुख
रविशंकर प्रसाद ने पाकिस्तान को लेकर भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान की आम जनता का विरोधी नहीं है। लेकिन वहां की सेना, खुफिया एजेंसियां और जर्नल सरकार आतंकवाद को समर्थन और शरण देती है। उन्होंने कहा कि अब दुनिया यह बात मान चुकी है कि पाकिस्तान एक आतंकवादी पनाहगाह बन चुका है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंध किसी तीसरे देश की मध्यस्थता के बिना, केवल द्विपक्षीय बातचीत से तय किए जाएंगे।
भारत की वैश्विक स्थिति पहले से अधिक मजबूत
भाजपा नेता ने कहा कि आज भारत की विदेश नीति इतनी सशक्त और प्रभावी हो चुकी है कि दुनिया के बड़े देश भारत के साथ अपने रिश्तों को और गहरा करना चाहते हैं। चाहे रक्षा हो, तकनीक हो या आर्थिक सहयोग—हर क्षेत्र में भारत की भूमिका अहम होती जा रही है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की छवि एक निर्णायक और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में उभरी है। रविशंकर प्रसाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की गई कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति पर कायम है और वैश्विक समुदाय इस नीति के समर्थन में खड़ा है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने यह भी दर्शाया कि ऐसे गैर-जिम्मेदार बयान देशहित के खिलाफ हैं। इस पूरे घटनाक्रम में भाजपा ने खुद को राष्ट्रहित की नीतियों के पक्षधर के रूप में प्रस्तुत किया और कांग्रेस को एक ऐसी पार्टी के रूप में दिखाया जो विदेश नीति को समझने में अक्षम है।
