September 30, 2025

धर्मेंद्र प्रधान बनाए गए बीजेपी के बिहार चुनाव प्रभारी, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दी अहम जिम्मेदारी

  • सीआर पाटिल और केशव मौर्य को बनाया गया चुनाव सह-प्रभारी , निर्देश जारी, चुनावी समर की तैयारी में बीजेपी

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सत्ता और विपक्ष दोनों ही दल अपनी-अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र संगठनात्मक स्तर पर महत्वपूर्ण नियुक्तियों की घोषणा की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार विधानसभा चुनाव का प्रदेश चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। इसके अलावा दो अन्य नेताओं को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल को बिहार चुनाव का प्रदेश सह-प्रभारी बनाया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी चुनाव में सह-प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन नियुक्तियों से साफ है कि भाजपा आने वाले चुनाव को बेहद गंभीरता से ले रही है और शीर्ष नेतृत्व राज्य में संगठन और चुनावी प्रबंधन को सशक्त करना चाहता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भाजपा संगठन में लंबे समय से सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। वे इससे पहले भी कई राज्यों में चुनाव प्रभारी रह चुके हैं और चुनावी रणनीति तैयार करने में उनकी पकड़ को पार्टी नेतृत्व बेहद अहम मानता है। बिहार जैसे राजनीतिक रूप से जटिल और विविधताओं वाले राज्य में उन्हें चुनाव प्रभारी बनाकर भाजपा ने संकेत दिया है कि वह संगठन और गठबंधन दोनों को संतुलित तरीके से साधना चाहती है। गुजरात से आने वाले वरिष्ठ नेता और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल को चुनाव सह-प्रभारी बनाया गया है। संगठनात्मक क्षमता और प्रबंधन कौशल के लिए जाने जाने वाले पाटिल की जिम्मेदारी होगी कि वे बिहार में बूथ स्तर से लेकर बड़े रणनीतिक निर्णयों तक में प्रभारी की सहायता करें। वहीं, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सह-प्रभारी बनाना भाजपा की एक सोची-समझी रणनीति मानी जा रही है। बिहार में पिछड़ा वर्ग और विशेषकर ओबीसी वोट बैंक की अहम भूमिका है। ऐसे में मौर्य की नियुक्ति के जरिए पार्टी ने इस वर्ग को साधने का संकेत दिया है। बिहार में भाजपा एनडीए के तहत जदयू और अन्य सहयोगी दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि इन नियुक्तियों से गठबंधन की सीटों के बंटवारे और चुनावी अभियान की दिशा तय करने में आसानी होगी। धर्मेंद्र प्रधान की नेतृत्व क्षमता और केंद्रीय स्तर पर उनके अनुभव से एनडीए के भीतर समन्वय और मजबूत होगा। राज्य में महागठबंधन, जिसमें राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं, पहले से ही चुनाव की तैयारियों में सक्रिय है। भाजपा की ओर से चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारियों की नियुक्ति से यह संदेश गया है कि पार्टी पूरी ताकत से मैदान में उतरने वाली है। भाजपा की इस घोषणा से प्रदेश इकाई में उत्साह का माहौल है। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव की जिम्मेदारी अनुभवी और जमीनी नेताओं को सौंपकर यह साबित किया है कि बिहार भाजपा के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता में है। भाजपा की यह नियुक्ति न सिर्फ संगठनात्मक मजबूती का संकेत है, बल्कि चुनावी समीकरणों को साधने की रणनीति का भी हिस्सा है। धर्मेंद्र प्रधान, सी. आर. पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य की तिकड़ी पर अब यह जिम्मेदारी होगी कि वे भाजपा को बिहार चुनाव में अधिकतम सफलता दिलाने की दिशा में काम करें। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा का यह नया समीकरण मैदान में कैसा असर दिखाता है और विपक्ष इसके जवाब में कौन-सी रणनीति अपनाता है।

You may have missed