शिक्षक नियुक्ति को टालने में लगी है बिहार सरकार, बेरोजगारों के दर्द को कब समझेंगे सीएम: राजेश राठौड़
पटना। बिहार में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर शिक्षक बहाली प्रक्रिया की बात पिछले विधानसभा सत्र से हो रही है लेकिन कभी विधानसभा चुनाव तो कभी पंचायत चुनाव तो अब कोरोना के नाम पर उसको टालने की प्रक्रिया में नीतीश सरकार लगी हुई है। उक्त बातें बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने गुरूवार को कही।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य में टीईटी पास अभ्यर्थियों की बहाली प्रक्रिया पर कुंडली मारकर बैठी नीतीश सरकार को बेरोजगार जनता के दर्द से कोई इत्तेफाक नहीं रह गया है। केवल वे नए-नए बहानों के आड़ में नियुक्त प्रक्रिया को विलंबित करने की जुगत भिड़ा रहे हैं।
राजेश राठौड़ ने कहा कि राज्य के शिक्षित बेरोजगारों के दर्द को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब समझेंगे? उन्होंने शिक्षित युवाओं के सम्मान को बार-बार आघात पहुंचाने वाले बयान देकर पहले से ही उन्हें तोड़ दिया है और अब बहाली प्रक्रिया को विलंबित करके क्या वे उनके नियुक्ति संबंधित उम्मीद को फिर से तोड़ने में लगे हैं? उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि सत्ता लोभ में वे बिहार की जनता को कब तक बेरोजगारी और अशिक्षा के दंश में डूबने को मजबूर करते रहेंगे।


