December 6, 2025

आरसीपी सिंह ने आत्मनिर्भर भारत में यथासंभव योगदान देने के लिए किया प्रेरित

  • कर्नाटक में जिंदल विजयनगर इस्पात संयंत्र और एनएमडीसी लौह अयस्क खान में कर्मचारियों से की मुलाकात

पटना। केन्द्रीय इस्पात मंत्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने कर्नाटक में अपने दौरे के तीसरे दिन जिंदल विजयनगर इस्पात संयंत्र और एनएमडीसी लौह अयस्क खान में कर्मचारियों से मुलाकात की और उन्हें आत्मनिर्भर भारत में अपना यथासंभव योगदान देने के लिए प्रेरित किया। श्री सिंह ने जिंदल प्लांट की 5 मिलियन टन प्रतिवर्ष की क्षमता विस्तार की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि भारत में 300 मिलियन टन उत्पादन क्षमता प्राप्त करने में इससे मदद मिलेगी। साथ ही विस्तार परियोजना से देश में उच्च गुणवत्ता स्टील की आपूर्ति बढ़ेगी। वहीं श्री सिंह ने इंस्पायर स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट में युवा खिलाडियों से मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
दोपहर बाद श्री सिंह एनएमडीसी दोनिमलाई खान पहुंचे, जहां उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया और सीआईएसएफ द्वारा गार्ड आफ आनर दिया गया। वहीं मंत्री ने सिंटरिंग प्लांट-2 में भूमि पूजन किया। तत्पश्चात श्री सिंह ने दोनिमलाई खान का दौरा किया और खनन मजदूरों से वार्तालाप किया। मंत्री ने परियोजना अधिकारियों से भी मुलाकात की और उन्हें पूरी लगन और निष्ठा से कंपनी और देश की सेवा करने को कहा।
वर्तमान में एनएमडीसी डोनिमलाई खदान से 7 एमटीपीए लौह अयस्क का उत्पादन कर रहा है, जिसे एसपी-1 द्वारा संसाधित किया जाता है। कुमारस्वामी लौह अयस्क खदान की क्षमता 7.0 एमटीपीए है और भविष्य में इसे बढ़ाकर 10.0 एमटीपीए किया जाएगा। कुमारस्वामी लौह अयस्क खदान से लौह अयस्क को संसाधित करने के लिए 7.0 एमटीपीए क्षमता के एसपी-2 स्क्रीनिंग प्लांट की स्थापना की जा रही है, जिसमें क्षमता को बढ़ाकर 10.0 एमटीपीए करने का प्रावधान है। ऐसे प्रावधान भी किए जा रहे हैं कि एसपी-2 केआईओएम और डोनिमलाई दोनों से लौह अयस्क को संसाधित कर सके।

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