जीतन राम मांझी के बयान पर आरोप-प्रत्यारोप जारी : हम ने कहा- चेहरा चमकाने की कोशिश से कुछ फायदा नहीं होगा गरीब ब्राह्मणों का
पटना। हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के जाति विशेष पर की गई टिप्पणी को लेकर बिहार की राजनीति में बावेला मचा हुआ है। मांझी इन दिनों लगातार नेताओं के निशाने पर हैं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है। इस बीच हम के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह मीडिया प्रभारी अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने ब्राह्मण समाज के तथाकथित नेताओं पर कड़ा प्रहार किया है। कहा है कि कुछ स्वार्थी प्रवृत्ति के ब्राह्मण समाज के नेता और संगठनों द्वारा मांझी के नाम पर राजनीति की जा रही है, यह उचित नहीं। ऐसी राजनीति से गरीब ब्राह्मणों का कुछ भला नहीं होगा।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि जब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रेस को संबोधन में स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि हमने जो भी वक्तव्य दिए, वह हम अपने लोगों के लिए कहा था ना कि ब्राह्मण समाज के लिए। लेकिन यदि ब्राह्मण समाज को लगता है कि हमने उनके लिए अपशब्द बोला है, तो मैं ब्राह्मण समाज से माफी मांगता हूं। त्रिपाठी ने कहा कि जब मांझी ने अपने बयान में माफी मांगी है तो उसके बावजूद ब्राह्मण समाज से कुछ स्वार्थी संगठन और उनके नेताओं द्वारा बार-बार जीतन राम मांझी के प्रति दुर्भावना की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे तथाकथित ब्राह्मण नेताओं को कहना चाहूंगा कि इससे ब्राह्मण समाज को कोई लाभ नहीं मिलेगा। जो ब्राह्मण समाज के नेता बने बैठे हैं, वह अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं ना कि ब्राह्मणों का भला करना चाहते हैं।
त्रिपाठी ने यहां तक कहा कि मांझी के माफी वाले बयान के बाद झूठ-मूठ का नौटंकी कर रहे हैं। जबकि 2 दिन से बहुत सारे दूसरे राज्यों से भी ब्राह्मण संगठनों के नेताओं ने फोन से संपर्क किया और जब हमने वस्तु स्थिति से उनको अवगत कराया तो उसके बाद उन सभी ने अब इस विवादित बयान को तूल नहीं देने की अपील ब्राह्मण समाज से की है।


