September 9, 2025

नवादा की युवती को पुलिस ने पाकिस्तानी हनी ट्रैप से बचाया, बुर्का पहनकर घर से निकली, युवक गिरफ्तार

नवादा। बिहार के नवादा जिले में पुलिस ने एक बड़ी साजिश को विफल करते हुए एक छात्रा को पाकिस्तानी हनी ट्रैप में फंसने से बचा लिया। सोशल मीडिया के जरिए रची गई यह साजिश युवती को पाकिस्तान ले जाने तक की थी। लेकिन पुलिस की तत्परता से समय रहते छात्रा को खोज लिया गया और सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया गया।
सोशल मीडिया से हुई पहचान
जानकारी के अनुसार, नवादा की यह छात्रा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती थी। इंस्टाग्राम के जरिए उसकी पहचान पाकिस्तान के एक युवक से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और युवक ने छात्रा को भरोसे में लेकर उसे शादी का झांसा दिया। उसने युवती से कहा कि वह पाकिस्तान बुलाकर उसके साथ विवाह करेगा। इसी बहाने उसने युवती को अपने जाल में फंसा लिया।
पाकिस्तान बुलाने की योजना
पाकिस्तानी युवक ने छात्रा को अपने देश लाने के लिए एक सुनियोजित योजना बनाई। बताया गया कि पंजाब की एक लड़की के जरिए छात्रा के यूपीआई अकाउंट में पैसे भेजे गए और उसी राशि से उसका ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक कराया गया। योजना के मुताबिक, छात्रा को गया से महाबोधि एक्सप्रेस के जरिए दिल्ली बुलाया जाना था। वहां से उसे पंजाब भेजकर सीमा पार कर पाकिस्तान ले जाने की साजिश रची गई थी।
पहली बार भागने की कोशिश
छात्रा पहली बार तीन सितंबर को घर से भागी थी, लेकिन उसी रात घर लौट आई। इस दौरान उसका मोबाइल फोन घर पर ही छूट गया था। परिवार के सदस्यों को विश्वास दिलाने के बाद उसने फिर से मोबाइल अपने पास ले लिया और दोबारा भागने की योजना बनाई।
बुर्का पहनकर घर से निकली
पांच सितंबर की सुबह-सुबह छात्रा ने दोबारा घर छोड़ा। इस बार उसने खुद को पहचान से बचाने के लिए बुर्का पहन रखा था। वह गया पहुंची और वहां से महाबोधि एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हो गई। इस दौरान वह लगातार पाकिस्तानी युवक के संपर्क में थी।
पिता की शिकायत और पुलिस की सक्रियता
जब छात्रा दोबारा घर से गायब हुई तो उसके पिता तुरंत थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पकरीबरावां पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छात्रा के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) से मदद मांगी। पुलिस ने महिला कर्मियों की टीम लगाकर छात्रा को ट्रेन में ढूंढ निकाला।
पुलिस ने किया सुरक्षित रेस्क्यू
छात्रा को दिल्ली पहुंचने से पहले ही गया रेलवे स्टेशन के आसपास ढूंढ लिया गया। उस समय वह फोन पर पाकिस्तानी युवक से बात कर रही थी। जैसे ही पुलिस का नाम बातचीत में आया, युवक ने तुरंत कॉल काट दिया और इंस्टाग्राम अकाउंट से छात्रा को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद आरपीएफ ने छात्रा को चाइल्डलाइन को सौंप दिया।
युवक की गिरफ्तारी और जांच
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई की। छात्रा को झांसा देने वाले पाकिस्तानी युवक और उसके सहयोगियों की तलाश शुरू की गई। बताया गया कि इस साजिश में पंजाब के कुछ लोग भी शामिल थे, जिन्होंने धनराशि भेजकर युवती को आगे बढ़ने में मदद की। पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी किया है और मामले की गहन जांच चल रही है।
सोशल मीडिया हनी ट्रैप का बढ़ता खतरा
यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आज के समय में हनी ट्रैप का बड़ा जरिया बनते जा रहे हैं। विदेशी युवक-युवतियां फर्जी प्रोफाइल बनाकर भोले-भाले युवाओं को भावनात्मक रूप से फंसाते हैं और फिर उन्हें अपने उद्देश्य के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं। खासकर किशोर और युवा वर्ग इस जाल में जल्दी फंस जाते हैं।
परिवार और समाज के लिए चेतावनी
नवादा की इस घटना ने यह साबित कर दिया कि सतर्कता की कमी कितनी खतरनाक हो सकती है। अगर पुलिस ने समय रहते कदम नहीं उठाया होता, तो छात्रा पाकिस्तान पहुंच सकती थी और उसके बाद स्थिति बेहद गंभीर हो जाती। इसलिए आवश्यक है कि परिवार अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें और उन्हें समय-समय पर साइबर अपराधों से आगाह करें। नवादा पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया। छात्रा को सुरक्षित बचा लिया गया और परिजनों को सौंप दिया गया। लेकिन यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती करना कितना खतरनाक हो सकता है। यह सिर्फ एक परिवार के लिए राहत की बात नहीं है, बल्कि समाज के लिए चेतावनी भी है कि हनी ट्रैप जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और इससे बचने के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है।

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