निलेश मुखिया हत्याकांड में पुलिस ने दो संदिग्धों को नेपाल से किया गिरफ्तार, झारखंड में भी छापेमारी जारी

पटना। निलेश मुखिया हत्याकांड में पुलिस को सूचना मिली थी कि शूटर नेपाल, गोरखपुर और झारखंड में छिपे हो सकते हैं। पुलिस ने तीन टीम को तीन जगह के लिए रवाना कर दिया। संभावित ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। सूत्रों के अनुसार नेपाल के परसा जिले से मंगलवार की अहले सुबह पुलिस ने दो संदिग्धों को उठाया है। पुलिस गोरखपुर नेपाल बॉर्डर के कई इलाकों में भी छापेमारी कर रही है। नेपाल से पकड़े गए दोनों संदिग्धों को परसा जिले के भिसवा बाजार स्थित एक लॉज से सुबह 4 बजे उठाया गया। पुलिस को शक है कि ये दोनों निलेश मुखिया हत्याकांड में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल हैं। निलेश मुखिया को जिस दिन गोली मारी गई थी। मोबाइल लोकेशन की जांच के आधार पर उस दिन इन दोनों की मोबाइल लोकेशन कुर्जी ही थी। ये दोनों उसी रात इंटरसिटी ट्रेन से रक्सौल निकल गए। गोलीकांड के बाद ये रात को रक्सौल पहुंचे और रात को अपने एक रिश्तेदार के यहां रहे। उसी रात इन दोनों का मोबाइल बंद हो गया। अगली सुबह में ये दोनों वीरगंज के रास्ते परसा चले गए। पुलिस को ये जानकारी मिली है कि ये दोनों वीरगंज से 40 किलोमीटर दूर भिसवा बाजार के आसपास रह रहे हैं। पुलिस ने सोमवार को रेकी की। दूसरे दिन मंगलवार की सुबह 4 बजे इन दोनों को उठा लिया। हालांकि, पुलिस जांच में कोई दिक्कत नहीं आए। इस वजह से पुलिस अभी इनका नाम बताने से कतरा रही है। पुलिस ने शक के आधार पर इन दोनों को हिरासत में लिया है। दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। अनुसंधान से पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि शूटर और लाइनरों ने नेपाल या गोरखपुर नेपाल बॉर्डर पर कहीं अपना ठिकाना बनाया है। वहीं कहीं छुपे हुए हैं। पुलिस ने जिन संदिग्धों की सूची तैयार की है। इसमें 2 का मोबाइल हत्याकांड के दिन पटना में ही बंद हो गया था। जबकि, 2 लोगों के मोबाइल लोकेशन जो हत्याकांड के दिन कुर्जी में था। उसी रात दोनों का मोबाइल नेपाल रक्सौल बॉर्डर पर बंद हो गया। फिलहाल वारदात के दिन से इन सभी का मोबाइल बंद है। इन लोगों ने अपना अपना सोशल मीडिया अकाउंट भी बंद कर दिया है। ये एक दूसरे से बातचीत करने से परहेज कर रहे हैं। बात करने के लिए अलग-अलग नंबर का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस की जांच की भनक इन शातिरों को ना लगे, इसलिए पुलिस भी सतर्कता बरत रही है। वहीं, एक टीम झारखंड में भी दबिश दिए हुए है। इस चर्चित हत्याकांड में लगभग एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस हत्याकांड का पूरे तरीके से खुलासा नहीं कर पाई है। हालांकि, पुलिस ने दो शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। इन लोगों ने पैसे के लिए निलेश पर गोली चलाई थी। इन दोनों के निशानदेही और वैज्ञानिक अनुसंधान में पुलिस अलग अलग जगह छापेमारी कर रही है। इस मामले में निलेश के पड़ोस में रहने वाले पप्पू, धप्पू और गोरख राय को नामजद किया गया है। पुलिस की जांच में तीनों भाई की साजिश करने में शामिल होने की बात सामने आई है। ये तीनों भाई भी फरार चल रहे हैं। हिसाब से इनमे से एक कोर्ट में सरेंडर करने का मन बना रहा है। इन तीनों भाइयों के अलावा दो शूटर और दो लाइनर पुलिस की पहुंच से बाहर हैं।

You may have missed