मणिपुर में तीन उग्रवादियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ अभियान तेज

इंफाल। मणिपुर में उग्रवाद की समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन हाल ही में राज्य पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इस पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इंफाल पूर्वी जिले में गुरुवार को की गई कार्रवाई में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जो विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी और बताया कि ये गिरफ्तारियां जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में तलाशी अभियान के दौरान की गईं। गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों में पहला नाम ओइनम रबीचंद्र सिंह (33) का है, जो कांगलेई यावोल कन्ना लुप (SOREPA) नामक संगठन से जुड़ा था। उसे सॉवोमबुंग इलाके से पकड़ा गया। दूसरा उग्रवादी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) से जुड़ा था और उसे एंड्रो थाना क्षेत्र के नगारियान याइरीपोक रोड से गिरफ्तार किया गया। यह व्यक्ति जबरन वसूली करने और हथियार व गोला-बारूद की तस्करी में शामिल था। तीसरा उग्रवादी मोहम्मद इसराक खान था, जो कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (PWG) से जुड़ा था और उसे कैरांग गांव से पकड़ा गया। इन गिरफ्तारियों के साथ-साथ पुलिस और सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की है। इंफाल पूर्वी जिले के पुखाओ अहाल्लूप क्षेत्र में तलाशी अभियान के दौरान एक 9 एमएम एसएमजी (सब मशीन गन) जिसमें तीन मैगजीन थे, एक डबल बैरल बंदूक, एक .32 बोर पिस्तौल जिसमें तीन कारतूस थे, चार हथगोले, 10 डेटोनेटर, दो एमके12टी विस्फोटक, एक रेडियो सेट और एक माइक्रोफोन बरामद हुआ। चुराचांदपुर जिले के सिडेन बॉवेल इलाके से भी .22 बोर राइफल, एक खाली मैगजीन, एक सिंगल बैरल बंदूक और दो देशी मोर्टार (पोम्पी) जब्त किए गए। इसके अतिरिक्त, थौबल जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों ने चंद्रखोंग की तलहटी में दो बंकरों को भी ध्वस्त किया, जो उग्रवादियों के ठिकाने के रूप में इस्तेमाल हो रहे थे। इस पूरी कार्रवाई से साफ है कि मणिपुर सरकार और सुरक्षा एजेंसियां उग्रवादी गतिविधियों को जड़ से खत्म करने के लिए कड़ी कार्रवाई कर रही हैं। ये गिरफ्तारियां और जब्ती इस बात का संकेत हैं कि राज्य में उग्रवाद पर काबू पाने के प्रयास तेज़ हो चुके हैं। यह कदम न केवल राज्य में शांति स्थापित करने में मदद करेगा, बल्कि आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना भी मजबूत करेगा।

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