पटना में साइबर गिरोह के दो अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, महीने में करते थे 50 लाख से अधिक की ठगी
पटना। कोतवाली पुलिस ने साइबर अपराधी गिरोह से जुड़े दो बदमाशों, संतोष कुमार और ईशु कुमार, को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी अलग-अलग एप से पाकिस्तान समेत अन्य देशों के नंबर से कॉल कर लोगों से ठगी करते थे। पुलिस ने इन्हें कोतवाली थाने के पास इंडियन बैंक से पकड़ा। ईशु राजापुर पुल के पास रहता है, जबकि संतोष चकारम में। गिरोह का मास्टरमाइंड राजू है।
बैंक खातों की डिटेल बरामद
राजू की बुद्धा कॉलोनी थाने के पास मोबाइल दुकान है। संतोष के भाई अमित समेत चार-पांच अन्य साइबर फ्रॉड इस गिरोह में शामिल हैं। पुलिस ने संतोष और ईशु के ठिकाने से तीन बैंक खातों की डिटेल बरामद की है। थानेदार राजन कुमार ने बताया कि जब्त खातों और दोनों के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच की जा रही है। राजू और अमित की गिरफ्तारी के बाद आगे की जानकारी मिलेगी। गिरोह ने कई लोगों से अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवाए हैं।
कैशियर ने रकम देने से इनकार किया
राजू मोबाइल दुकान की आड़ में साइबर अपराध का गिरोह चलाता है, जिसमें 8-10 युवक शामिल हैं। ईशु और संतोष बैंक गए थे, जहां ईशु के खाते में साइबर फ्रॉड की रकम डलवाई गई थी। हालांकि, ईशु के इस बैंक खाते से चेक और एटीएम कार्ड निर्गत नहीं हुए थे और साइबर थाने ने इस खाते पर केस दर्ज कर रखा था। ट्रांजेक्शन पर रोक लगी हुई थी। ईशु ने रकम निकालने के लिए फॉर्म भरकर कैशियर को दिया तो कैशियर ने रकम देने से इनकार कर दिया। इस पर संतोष और ईशु कैशियर से बहस करने लगे। बैंक मैनेजर ने थानेदार को फोन किया और पुलिस ने पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
खाते खुलवाने के तरीके और गिरोह की गतिविधियां
गिरोह दूसरे के नाम से खाते खुलवाता है, जिसके लिए वे 5 से 10 हजार रुपये देते हैं और उनके एटीएम, चेक बुक और खाते आदि अपने पास रख लेते हैं। गिरोह में लड़कियां भी शामिल हैं, जो लोगों को कॉल कर ठगी करती हैं। यह गिरोह जामताड़ा से ट्रेनिंग लेकर आया है। गिरोह के बदमाश 15 दिन तक जामताड़ा में रहे और ट्रेनिंग के बाद अपने गिरोह के लोगों को प्रशिक्षित किया। इसमें कुछ लड़कियों के भी शामिल होने की बात सामने आई है, जो ज्यादातर कॉल कर ठगी करती हैं। हर महीने यह गिरोह करीब 50 लाख रुपये की ठगी करता है और रकम खाते में आते ही चेक या एटीएम कार्ड से निकासी कर लेता है।
गिरोह कई तरीकों से ठगी करता है:
1. विदेश में नौकरी देने के नाम पर
2. विदेश भेजने के नाम पर
3. बिजली कनेक्शन काटने के नाम पर
4. बेटा-बेटी के गिरफ्तार होने का झांसा देकर
5. सोशल मीडिया लाइक करने के नाम पर
साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट की सलाह
साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट दीपक कुमार ने कहा कि पुलिस से बचने के लिए साइबर अपराधी कई तरह के एप से विदेशी नंबर से कॉल करते हैं। ऐसा इसलिए ताकि पुलिस उन्हें पकड़ न सके। अगर किसी के मोबाइल पर विदेश के अंजान नंबर से कॉल, वीडियो कॉल या व्हाट्सएप कॉल आए तो उसे कभी रिसीव न करें। तुरंत उस नंबर को ब्लॉक कर दें और अपने आस-पड़ोस को भी इसकी जानकारी दें। इस प्रकार, पुलिस ने साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी कर एक बड़े ठगी के गिरोह का पर्दाफाश किया है और लोगों को सजग रहने की सलाह दी है।


