पटना में तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, चोरी की 2 बाइक जब्त, अवैध शराब का करता था धंधा
पटना। जिले के फतुहा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चोरी की दो बाइक भी बरामद की गई हैं। यह कार्रवाई शुक्रवार को उस समय हुई जब पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गंगा नदी के रास्ते अवैध शराब घाट पर लाई जा रही है। पुलिस द्वारा किए गए इस ऑपरेशन से एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ कि प्रतिबंधित शराब की तस्करी में अपराधी किस तरह चोरी की गाड़ियों और नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
गुप्त सूचना और पुलिस की तत्परता
मामला फतुहा थाना क्षेत्र के रायपुरा केवलातल वार्ड नंबर-21 स्थित पटवा घाट का है। पुलिस को सूचना मिली थी कि राघोपुर की ओर से नाव के जरिए बड़ी मात्रा में देसी शराब लाई जा रही है। तस्कर इस माल को घाट पर उतारकर चोरी की बाइकों के सहारे बाजार तक पहुंचाने की फिराक में थे। सूचना मिलते ही पुलिस दल तत्काल मौके पर रवाना हो गया।
पुलिस की कार्रवाई और घटना का विवरण
पटवा घाट पर पहुंचने के बाद पुलिस ने पाया कि दो युवक दो बाइकों के साथ खड़े हैं और घाट से सटी नाव पर दो लोग बैठे हैं। नाव पर जूट के बोरे रखे हुए थे, जिनमें शराब होने की आशंका थी। पुलिस को देखते ही तस्करों में हड़कंप मच गया। बाइक के सहारे वहां मौजूद दोनों युवक भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर एक व्यक्ति को पकड़ लिया जबकि दूसरा तस्कर नाव के सहारे रुस्तमपुर की ओर फरार हो गया।
गिरफ्तार तस्कर की पहचान और खुलासा
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान वैशाली जिले के रहने वाले अंदेश कुमार (25 वर्ष) के रूप में हुई। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह और उसका साथी चोरी की बाइकों का उपयोग अवैध शराब की तस्करी के लिए करते थे। अंदेश ने पुलिस को अपने फरार साथी का नाम तूफानी बताया। फिलहाल फरार आरोपी की तलाश जारी है और पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा।
बरामद बाइक और जब्ती की कार्रवाई
पुलिस ने मौके से दो बाइकों को जब्त किया। इनमें एक होंडा एसपी और दूसरी हीरो स्प्लेंडर बाइक थी। यह दोनों गाड़ियां चोरी की थी, जिनका इस्तेमाल शराब ढोने के लिए हो रहा था। जब्ती प्रक्रिया के दौरान आस-पास मौजूद लोगों ने गवाह बनने से इनकार कर दिया। ऐसी स्थिति में पुलिस ने अपने अधिकारियों और जवानों की मौजूदगी में कानूनी प्रक्रिया पूरी की। बाइक और नाव पर रखे जूट के बोरे की जांच की जा रही है ताकि शराब की मात्रा और तस्करों से जुड़े नेटवर्क का खुलासा हो सके।
फतुहा एसडीपीओ का बयान
फतुहा एसडीपीओ अवधेश प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि इस धंधे में और कौन-कौन शामिल है। उन्होंने बताया कि फरार तस्कर तूफानी और उसके अन्य साथियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके साथ ही चोरी की बाइक से जुड़े मामलों की भी तहकीकात की जा रही है।
शराबबंदी के बाद तस्करी का पैटर्न
यह मामला बिहार में लंबे समय से लागू शराबबंदी और उसके बाद बढ़ी तस्करी की ओर इशारा करता है। पकड़े गए आरोपी ने जो तरीका अपनाया, उससे साफ है कि तस्कर चोरी की गाड़ियों और नदी मार्ग का उपयोग कर बड़े पैमाने पर शराब की सप्लाई कर रहे हैं। गंगा किनारे के इलाकों में अक्सर नाव के जरिए अवैध शराब लाई जाती है ताकि पुलिस की नजरों से बचा जा सके। इस तरह के मामलों से यह भी स्पष्ट होता है कि शराबबंदी के बाद अपराधियों ने कई नए तरीके अपनाए हैं।
सामाजिक असर और पुलिस की चुनौती
गैरकानूनी शराब व्यापार न सिर्फ कानून के लिए चुनौती बना हुआ है बल्कि समाज पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। अवैध शराब लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है और चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल अपराध की गहराई को और बढ़ाता है। पुलिस लगातार सघन जांच कर रही है लेकिन तस्करों के नेटवर्क को तोड़ना अब भी बड़ी चुनौती है। फतुहा थाना क्षेत्र में हुई यह गिरफ्तारी पुलिस की सतर्कता का उदाहरण है। हालांकि एक आरोपी फरार हो गया, लेकिन गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ के बाद पूरे गिरोह तक पहुंचने की संभावना है। चोरी की बाइक की बरामदगी भी इस बात का सबूत है कि तस्कर कई अपराधों को जोड़कर काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में पुलिस इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए और भी कड़ी कार्रवाई करेगी। इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस को निरंतर प्रयास करने होंगे।


