बिहार में धुआंधार चुनाव प्रचार करेंगे पीएम मोदी, 10 जनसभाओं को करेंगे संबोधित, 10 अक्टूबर से नीतीश प्रचार का करेंगे आगाज
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है और अब राज्य की सियासत पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुकी है। जैसे-जैसे मतदान की तारीखें नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे सभी दलों के नेता प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में हैं। दो चरणों में होने वाले इस चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, जबकि 14 नवंबर को मतगणना संपन्न होगी। पहले चरण के लिए अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर तय की गई है। दूसरे चरण की अधिसूचना 14 अक्टूबर को जारी होगी। जैसे-जैसे तारीखें आगे बढ़ रही हैं, राज्य का सियासी पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है और प्रचार रणनीतियां आकार लेने लगी हैं।
पीएम मोदी करेंगे 10 जनसभाएं, जरूरत पड़ने पर बढ़ सकती हैं सभाएं
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार बिहार में 10 बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। भाजपा की रणनीति के तहत इन सभाओं को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किया जाएगा ताकि हर क्षेत्र में एनडीए की उपस्थिति को मजबूत किया जा सके। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि अगर चुनावी माहौल और प्रत्याशियों की स्थिति के आधार पर आवश्यकता महसूस हुई, तो प्रधानमंत्री की सभाओं की संख्या 10 से बढ़ाकर 12 या 14 तक भी की जा सकती है। मोदी की सभाओं को लेकर भाजपा के मीडिया और संगठन प्रकोष्ठ ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सभा स्थलों के चयन में जातीय, क्षेत्रीय और राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखा जा रहा है। खास तौर पर उत्तर बिहार, मगध और सीमांचल के जिलों में प्रधानमंत्री की सभाओं का खास असर माना जा रहा है।
10 अक्टूबर से नीतीश कुमार करेंगे प्रचार का आगाज
इधर, एनडीए के प्रमुख सहयोगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10 अक्टूबर से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। जदयू के प्रदेश कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार पहले चरण में 12 जिलों में सभाएं करेंगे। वे इस दौरान सरकार की उपलब्धियों और “सुशासन” के मुद्दे को जनता के बीच प्रमुखता से रखेंगे। जदयू की रणनीति है कि नीतीश कुमार की सभाओं को “जन संवाद यात्रा” के रूप में पेश किया जाए, जिसमें वे जनता से सीधे संवाद करेंगे और राज्य के विकास कार्यों की रिपोर्ट जनता के सामने रखेंगे।
भाजपा के स्टार कैंपेनर करेंगे 25-25 सभाएं
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भाजपा के अन्य स्टार प्रचारकों की भी बिहार में बड़ी तैनाती की जा रही है। जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की 25-25 सभाएं प्रस्तावित हैं। ये सभाएं चरणवार आयोजित की जाएंगी ताकि हर क्षेत्र में एनडीए के प्रचार का समान प्रभाव रहे। इन नेताओं की जनसभाओं में केंद्र सरकार की उपलब्धियों, विकास योजनाओं और बिहार को मिले विशेष आर्थिक सहयोग को प्रमुख रूप से उठाया जाएगा। भाजपा चाहती है कि मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे मतदाताओं तक पहुंचाया जाए।
कांग्रेस और राजद भी मैदान में उतरने को तैयार
वहीं दूसरी ओर, महागठबंधन भी अपने प्रचार अभियान को गति देने में जुट गया है। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी लगभग 10 जनसभाओं को संबोधित करेंगे, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा की 5 से 6 सभाएं तय की जा रही हैं। राजद प्रमुख तेजस्वी यादव पहले से ही अपनी जनसभाओं के माध्यम से बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एनडीए पर निशाना साध रहे हैं। महागठबंधन की कोशिश है कि मोदी और नीतीश के प्रचार अभियान के समानांतर विपक्षी आवाज को भी मजबूती से जनता तक पहुंचाया जाए।
हेलिकॉप्टरों से चलेगा प्रचार अभियान
इस बार चुनाव प्रचार में हवाई संसाधनों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने 5 से 6 हेलिकॉप्टर, जदयू ने 2 से 3 हेलिकॉप्टर, कांग्रेस ने 3 हेलिकॉप्टर, और राजद ने 2 हेलिकॉप्टर किराए पर लिए हैं। इन हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल नेताओं के जिलों के बीच तेज़ी से आवागमन और जनसभाओं में समय पर पहुंचने के लिए किया जाएगा। चुनाव आयोग ने भी सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी हवाई गतिविधियों की निगरानी का आदेश दिया है।
चुनावी माहौल चरम पर, नेताओं की सभाओं से गूंजेगा बिहार
बिहार में जैसे-जैसे तारीखें करीब आ रही हैं, राजनीतिक तापमान चरम पर पहुंच गया है। राजधानी पटना से लेकर सीमांचल, चंपारण, गया, भागलपुर और दरभंगा तक हर जिले में चुनावी तैयारियां जोरों पर हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों ही जनता को लुभाने के लिए रैलियों, रोड शो और जनसभाओं की झड़ी लगाने वाले हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प होगा क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक साथ एनडीए के चेहरे के रूप में मैदान में हैं, जबकि दूसरी ओर तेजस्वी यादव युवा मतदाताओं को आकर्षित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अगले कुछ हफ्तों में बिहार का हर जिला नेताओं की सभाओं से गूंज उठेगा। प्रधानमंत्री मोदी की एंट्री और नीतीश कुमार की प्रचार यात्रा से यह साफ है कि एनडीए इस चुनाव को किसी भी कीमत पर हल्के में नहीं ले रहा। आने वाले दिनों में बिहार का चुनावी संग्राम और भी रोमांचक होने वाला है।


