पटना में सुहाना हुआ मौसम, सुबह शाम ठंड का एहसास, पटना में बढे वायरल बुखार के मामले
पटना। पटना समेत पूरे बिहार में अब मानसून की विदाई हो चुकी है। पिछले कई दिनों से राज्य के किसी भी जिले में बारिश दर्ज नहीं की गई है। लगातार सूखा मौसम और दिन-रात के तापमान में बड़ा अंतर मौसम में ठंडक का एहसास करवा रहा है। दिन में जहां हल्की गर्मी बनी हुई है, वहीं रात में तापमान गिरने से ठंड लगने लगी है। सुबह और शाम में सिरहन महसूस की जा रही है। प्रदेश भर में गुलाबी ठंड के आगमन ने मौसम को सुहाना बना दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल बिहार में मौसम शुष्क रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है।
पश्चिमी हवाओं का असर
पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से सुबह और शाम में हल्की ठंडक महसूस हो रही है। कई इलाकों में हल्का कोहरा भी देखा गया। राज्य के अधिकतम तापमान में गिरावट आई है, जो 28 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। दिन में धूप खिली रहती है, लेकिन बीच-बीच में बादल भी नजर आते हैं, जिससे मौसम मनमोहक बना हुआ है।
मानसून की विदाई और कम वर्षा
बिहार से इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई 13 अक्टूबर को पूरी हुई। मानसून ने राज्य में 17 जून को दस्तक दी थी और 20 जून तक पूरे प्रदेश में फैल गया था। इस बार मानसून की वापसी की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू होकर तीन दिनों में समाप्त हो गई। हालांकि इस वर्ष भी मानसून ने राज्य को निराश किया है। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में इस वर्ष सामान्य से लगभग 31% कम वर्षा दर्ज की गई। 1 जून से 30 सितंबर तक राज्य में केवल 686.3 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य वर्षा 992.2 मिमी होती है।
बारिश में कमी और सूखे जैसे हालात
राज्य के 23 जिलों में बारिश सामान्य से काफी कम हुई, जिसके कारण खेतों में दरारें पड़ गई हैं और सूखे जैसे हालात बन गए हैं। पिछले तीन वर्षों से बारिश का यह घटता क्रम जारी है। वर्ष 2024 में सामान्य से 20% कम बारिश हुई थी, 2023 में 23% कम और 2022 में 32% कम वर्षा दर्ज की गई थी। हालांकि इस दौरान कुछ असामान्य घटनाएं भी देखने को मिलीं। जैसे 29 जुलाई 2025 को पटना में 28 साल बाद एक ही दिन में 175 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन यह बारिश राज्य के अन्य हिस्सों में राहत नहीं ला सकी।
वायरल बुखार के बढ़ते मामले
मौसम के इस बदलते मिजाज के बीच राजधानी पटना में वायरल बुखार के मामलों में तेजी आई है। तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण लोग सर्दी, खांसी और बुखार जैसी मौसमी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस जैसे बड़े अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
डॉक्टरों की चेतावनी और सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि यह मौसमी वायरल संक्रमण सामान्यतः 4 से 5 दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन लापरवाही करने पर यह डेंगू या टायफाइड जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विभाग ने शहर में विशेष निगरानी टीमों को सक्रिय किया है और साफ-सफाई तथा फॉगिंग अभियान को तेज करने के निर्देश दिए हैं।
सावधानी ही बचाव
डॉक्टरों ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिना चिकित्सक की सलाह के कोई दवा न लें। पर्याप्त पानी पिएं, गर्म कपड़ों का प्रयोग करें और खासकर बच्चों तथा बुजुर्गों की देखभाल में लापरवाही न करें। साथ ही यह भी कहा गया है कि रात में खुले में न सोएं और घरों में मच्छररोधी उपाय अपनाएं। इस समय बिहार में मौसम सुहाना जरूर हुआ है, लेकिन इसके साथ स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी बढ़े हैं। तापमान में उतार-चढ़ाव और हवा की नमी के कारण वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में लोगों को सजग और सतर्क रहकर इस मौसमी परिवर्तन का आनंद लेना चाहिए। फिलहाल पटना में हल्की ठंड की शुरुआत के साथ मौसम सुहावना बना हुआ है, और आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।


