November 23, 2025

भारत में गुलाबी ठंड की दस्तक, यूपी समेत कई राज्यों में मौसम बदला, हिमालय में बर्फबारी से बढ़ी सर्दी की आहट

नई दिल्ली। देशभर में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। सितंबर के अंत तक लौट जाने वाला मानसून इस बार कुछ देर ठहरा, लेकिन अब भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसकी औपचारिक विदाई की घोषणा कर दी है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में अब गुलाबी ठंड की दस्तक महसूस होने लगी है। वहीं, हिमालयी राज्यों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। आईएमडी के मुताबिक, अगले तीन से चार दिनों में मानसून पूरी तरह उत्तर भारत से विदा हो जाएगा। इसके बाद दिन का तापमान थोड़ा बढ़ेगा लेकिन उमस गायब रहेगी, जबकि रातें ठंडी होंगी और हवा में सर्दी का हल्का अहसास शुरू हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज
उत्तर प्रदेश में मानसून की वापसी की अनुकूल स्थितियां बन चुकी हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार को इसकी घोषणा करते हुए बताया कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में अब बारिश की गतिविधियां थम रही हैं। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पहाड़ी इलाकों के नजदीकी मैदानी हिस्सों में अगले 72 घंटों तक हल्की बारिश जारी रह सकती है। इसके बाद 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में बारिश पर विराम लगने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब दिन में तापमान बढ़ेगा, लेकिन उमस खत्म हो जाएगी। वहीं रात के तापमान में गिरावट आएगी और गुलाबी ठंड का एहसास शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि मानसून को 30 सितंबर तक लौट जाना था, लेकिन बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने चक्रवाती सिस्टम की वजह से मौसमी गतिविधियों में बदलाव आ गया। इसके कारण झांसी और आसपास के इलाकों में मानसून वापसी की रेखा ठहर गई और प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया था।
दिल्ली-एनसीआर में भारी वर्षा, तापमान में आई गिरावट
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मंगलवार शाम मौसम अचानक बदला और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। आईएमडी ने पहले से ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। पालम मौसम केंद्र के अनुसार, शाम 5:30 बजे तक 41.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बारिश के बाद दिल्ली का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री कम रहा। तेज हवाओं और बारिश के चलते राजधानी के कई इलाकों में ट्रैफिक जाम और जलजमाव की स्थिति बन गई। हालांकि, बारिश के बाद वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला और दिल्ली-एनसीआर का मौसम सुहावना हो गया।
हिमाचल में बर्फबारी, लाहौल-स्पीति में फंसे 250 वाहन
उधर हिमालयी राज्यों में सर्दी ने दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश के रोहतांग, शिकुला और बारालाचा दर्रों में मौसम का पहला हिमपात हुआ है। लगातार दो दिनों से जारी बर्फबारी के कारण मनाली-लेह मार्ग पर यातायात बाधित हो गया है। लाहौल-स्पीति के दारचा क्षेत्र में लगभग 250 वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। शिमला जिले की चांशल पीक पर भी मंगलवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जबकि ऊना, सुंदरनगर और शिमला में 2004 के बाद 24 घंटों में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रा लगातार तीसरे दिन भी पर्यटकों के लिए बंद रहा।
कश्मीर और उत्तराखंड में बर्फबारी से बढ़ी ठंड
कश्मीर घाटी के ऊपरी इलाकों में मंगलवार को लगातार बर्फबारी होती रही, जबकि निचले इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। हालांकि जम्मू संभाग में मौसम साफ रहा और दिनभर धूप खिली रही। उत्तराखंड में भी दूसरे दिन लगातार वर्षा और बर्फबारी का दौर जारी रहा। केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब और आसपास की ऊंची चोटियां बर्फ की मोटी चादर से ढक गई हैं। निचले इलाकों में रिमझिम बारिश के कारण तापमान में और गिरावट आई है।
पंजाब-हरियाणा में बारिश से धान-गेहूं भीगा, किसानों को नुकसान
पंजाब और हरियाणा में पिछले दो दिनों से जारी बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मंडियों में खुले में रखा धान और गेहूं भीग गया है। कई जगहों पर फसलें खराब होने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में यहां बारिश कम होने का अनुमान जताया है, जिसके बाद मौसम साफ रहेगा।
बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ा, कई तटबंध टूटे
उधर पूर्वी भारत में बिहार के कई जिलों में नदियों के उफान ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। मधुबनी जिले के अंदौली और पतार गांव में धौंस नदी का पश्चिमी तटबंध दो जगहों से टूट गया, जिससे मधुबनी और सीतामढ़ी के 12 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। करीब डेढ़ लाख लोग प्रभावित हुए हैं और लगभग 20 हजार बीघे में लगी फसलें जलमग्न हो गई हैं। मुजफ्फरपुर के कटरा में बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से तटबंधों पर दबाव बना हुआ है। बकुची और नवादा के स्कूलों में तीन फीट से अधिक पानी भर गया है। आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
ठंड की शुरुआत, अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में गिरेगा पारा
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे मानसून पूरी तरह देश से विदा होगा, वैसे-वैसे रात के तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से उत्तर भारत में गुलाबी ठंड की शुरुआत होगी, जबकि नवंबर तक सर्दी अपने चरम की ओर बढ़ने लगेगी। देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और मैदानों में ठंडी हवाओं ने पहले ही मौसम का मिजाज बदल दिया है। अब साफ है कि मानसून की विदाई के साथ सर्दी का मौसम दस्तक दे चुका है और आने वाले दिनों में भारत का हर कोना ठंड की चादर में लिपटने को तैयार है।

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