पटना में पिकअप चालक की मौत : परिजनों ने फुफेरे भाई पर लगाया हत्या का आरोप, रक्षाबंधन के दिन गया था बुआ के घर

पटना,फुलवारीशरीफ। रक्षाबंधन के दिन पटना के गौरीचक के रहने वाले एक पिकअप चालक की मौत की गुटी सुलझाने में थाना पुलिस पूरी तरह उलझ कर रह गया है। पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि अभी तक परिजन FIR दर्ज करने थाना नहीं पहुंचे। हालांकि, पिकअप चालक की लाश के साथ परिवार वाले और उसके समर्थन में ग्रामीणों ने घंटे हो हंगामा किया। यह पूरी घटना संपतचक के सोहगी मोड़ के पास एक निजी अस्पताल के पास हुई। यहां लाश के साथ हंगामा कर रहे परिवार वालों का कहना था कि गुरुवार दोपहर में चालक गोलू को बुलाकर उसका फुफेरे भाई अमित पटना सिटी ले गया और फिर उसी शाम उसकी लाश को लाकर चालक के घर के दरवाजे पर फेंक दिया। अमित उसी समय से फरार चल रहा है इस पूरे मामले में उसकी गतिविधि संदिग्ध लग रही है। बताया जा रहा है की रक्षाबंधन के दिन गुरुवार को दोपहर के 2:00 बजे अजीम चक थाना गौरीचक निवासी राजकुमार राय के बेटे पिकअप चालक गोलू कुमार को पटना सिटी का मेहंदी गंज थाना क्षेत्र के रानीपुर इलाके में रहने वाले फुफेरे भाई अमित कुमार ने पार्टी करने के लिए बुलाया। गोलू के पिता राजकुमार का कहना है कि 2:00 बजे उनका बेटा अपनी बुआ के घर जाने के लिए निकला था और देर शाम करीब 6:00 बजे उसकी लाश को उसका फुफेरे भाई और 3 अन्य लोग उनके दरवाजे पर लाकर छोड़ दिया और बिना कुछ बताएं वहां से फरार हो गए। मृतक गोलू के पिता राजकुमार ने आरोप लगाया है कि पार्टी के बहाने जहर देकर उनके बेटे की हत्या अमित कुमार और उसके साथ अन्य लोगों ने किया है। वही, इस मामले को लेकर संपतचक के एक निजी अस्पताल के पास अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। अचानक दरवाजे पर जवान बेटे की लाश देख माता-पिता पत्नी समेत पूरे परिवार वालों कोहरा मच गया। बताया जा रहा है कि मृतक गोलू का ससुराल भी संपतचक के सिरपतपुर गांव में है जिसे लेकर ससुराल के बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। इसके बाद मृतक के परिजन सड़क पर काफी देर तक हो हंगामा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी एवं परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। वही इस घटना की जानकारी गौरीचक थाना पुलिस को दे दी गई। वही इस मामले के संबंध में गौरीचक थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि मृतक के लाश को पोस्टमार्टम करने के लिए NMCH भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी कि उसकी मौत कैसे हुई। वही मृतक के शरीर पर किसी तरह का चोट चपेट का निशान नहीं पाया गया है।
