November 20, 2025

दिसंबर से शुरू होगा जेपी गंगा पथ के फेज-2 का निर्माण, पटना को मिलेगी नई कनेक्टिविटी, यात्रा होगी आसान

पटना। राजधानी पटना बिहार का प्रमुख प्रशासनिक और आर्थिक केंद्र है, अब एक नए विकास अध्याय की ओर बढ़ने वाला है। राजधानी को पश्चिम बिहार, बक्सर और उत्तर प्रदेश से सीधे जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी परियोजना जेपी गंगा पथ फेज-2 का निर्माण कार्य इस दिसंबर से शुरू होने वाला है। इस हाई-स्पीड कॉरिडोर के बनने से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों में भी नई ऊर्जा आएगी।
परियोजना का स्वरूप और मार्ग
जेपी गंगा पथ फेज-2 दीघा से प्रारंभ होकर शेरपुर होते हुए कोईलवर के पास सोन नदी पर बने नए आधुनिक पुल से जुड़ेगा। यह पूरा मार्ग करीब 35.65 किलोमीटर लंबा होगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि लगभग 18 किलोमीटर सड़क को एलिवेटेड बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य पटना शहर के व्यस्त और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुचारु, तेज़ और बिना रुकावट वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित करना है।
लागत और निर्माण मॉडल
इस परियोजना पर लगभग 5500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह सड़क ‘हम मॉडल’ पर बनाई जा रही है, जो बिहार में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इस मॉडल की खासियत यह है कि निर्माण करने वाली एजेंसी ही अगले 15 वर्षों तक सड़क का रखरखाव भी करेगी। निर्माण एजेंसी 3300 करोड़ रुपये निवेश करेगी, जबकि राज्य सरकार 2200 करोड़ की राशि देगी। सरकार अगले 15 वर्षों में 60 प्रतिशत राशि ब्याज सहित एजेंसी को वापस करेगी। इसके अतिरिक्त रखरखाव के लिए अलग भुगतान किया जाएगा। निर्माण एजेंसी को साइट पर सामग्री पहुंचाने और कार्य जल्द शुरू करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं।
चार वर्षों में पूरा होगा निर्माण
पूरे फेज-2 को लगभग चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, सामग्री और मशीनरी का परिवहन शुरू हो चुका है और जैसे ही मौसम अनुकूल होगा, निर्माण कार्य गति पकड़ लेगा।
फेज-2 के बाद पटना की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार
जेपी गंगा पथ का फेज-2 पूरा होने के बाद पटना की कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक सुधार होगा। इस मार्ग से पांच महत्वपूर्ण गंगा पुलों तक सीधी पहुंच मिल जाएगी। इनमें शामिल हैं: दीघा सेतु, शेरपुर-दिघवारा पुल, वीर कुंवर सिंह सेतु, जनेश्वर मिश्र सेतु और बक्सर–गाज़ीपुर पुल। इस नेटवर्क के विकसित होने से पटना, पश्चिम बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच आवागमन और भी सरल और तेज़ हो जाएगा।
बक्सर और यूपी की यात्रा अब और आसान
जेपी गंगा पथ फेज-2 के तैयार होने के बाद पटना से बक्सर जाने वालों के लिए यात्रा काफी आसान हो जाएगी। इस मार्ग पर वाहन 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगे। इसके अलावा बक्सर से सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ने की सुविधा मिलेगी। इससे उत्तर प्रदेश और दिल्ली की यात्रा पहले से काफी तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी।
आर्थिक विकास के नए अवसर
यह सड़क केवल भौगोलिक दूरी कम नहीं करेगी, बल्कि बिहार के व्यापार, परिवहन, कृषि और उद्योग को भी नई गति देगी। हाई-स्पीड सड़क के बनने से निवेश बढ़ने की संभावना है। पटना से निकलने वाले इस हाईवे कॉरिडोर के दोनों ओर नए शहरी और औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बनेंगे। परियोजना के विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट पटना को एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम होगा और पूरे बिहार की अर्थव्यवस्था में नई जान भर देगा। जेपी गंगा पथ फेज-2 का निर्माण शुरू होना पटना और पूरे बिहार के विकास सफर में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना न केवल यात्रा को सुगम और तेज़ बनाएगी, बल्कि प्रदेश की आर्थिक संभावनाओं को भी नई दिशा देगी। आने वाले कुछ वर्षों में यह हाई-स्पीड कॉरिडोर बिहार की प्रगति का एक प्रमुख आधार बन सकता है और विकास की एक नई धुरी स्थापित कर सकता है।

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