पटना में ऑटो, ई-रिक्शा और कैब चालकों की हड़ताल से बढ़ी लोगों की मुसीबत, जगह-जगह हुए प्रदर्शन
पटना। पटना में आज ऑटो, ई-रिक्शा, कैब चालक हड़ताल पर हैं। सभी चालक आज गर्दनीबाग में परिवहन विभाग के फैसले के खिलाफ धरना देंगे। इसके कारण शहर की सड़कों पर 70 प्रतिशत गाड़ियों का परिचालन कम हो गया है। चालक रूट के अनुसार कलर कोडिंग, अवैध वसूली सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऑटो संघ के जिलाध्यक्ष पप्पू राय ने बताया कि जिले से भी लोग आए हैं। टाटा पार्क से एक भी ऑटो नहीं खुली है। यात्री अगर आज परेशान हो रहे हैं, तो इसमें परिवहन विभाग का दोष है। आज धरना के जरिए विभाग को अगाह कर रहे हैं। सरकार अभी भी नहीं मानी तो राज्यव्यापी आंदोलन होगा। पटना में आज ऑटो, ई-रिक्शा, कैब चालक हड़ताल पर हैं। चालक रूट के अनुसार कलर कोडिंग, अवैध वसूली सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना में आज ऑटो, ई-रिक्शा, कैब चालक हड़ताल पर हैं। चालक रूट के अनुसार कलर कोडिंग, अवैध वसूली सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना में 25 हजार से 30 हजार ऑटो हैं। ई-रिक्शा शहर में लगभग 15 हजार हैं। सबसे अधिक पूरब (पटना सिटी) के इलाकों की ओर इनका परिचालन है। पटना के टाटा पार्क से 9 रूटों पटना सिटी, अगमकुआं, राजेन्द्र नगर, हनुमान नगर, कंकड़बाग, नाला रोड, बैरिया स्टैंड, हाजीपुर, पोस्टल पार्क सहित रिजर्व के लिए गाड़ी खुलती हैं। टाटा पार्क की कैपिसिटी 500 से 700 गाड़ियों की है, जबकि 1 हजार से अधिक ऑटो, ई-रिक्शा यहां से गुजर रहे हैं, जिससे जाम की समस्या हो जाती है। परिवहन विभाग के द्वारा ऑटो, ई रिक्शा को चलाने के लिए कलर कोडिंग के फैसले को वापस लिया जाए। जिले में जितने भी ऑटो का रजिस्ट्रेशन हुआ, उन्हें पटना शहरी क्षेत्र का परमिट दिया जाए। टाटा पार्क ऑटो स्टैंड को विकसित किया जाए। इसके अलावा शहरी इलाके में ऑटो, ई-रिक्शा के लिए स्टैंड बनाया जाए। ताकि जाम से निजात मिल सके। ई-रिक्शा के लिए चार्जिंग प्वाइंट्स के साथ स्टैंड बनाया जाए। ऑटो, ई-रिक्शा चालकों के लिए सस्ते और आसान तरीके से लाइसेंस बनाने की व्यवस्था की जाए। पाटलिपुत्र, दानापुर रेलवे स्टेशन पर ऑटो, ई-रिक्शा चालकों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली पर रोक लगाया जाए।


