पवन सिंह ने चुनाव के लिए छोड़ा रियलिटी शो, कहा- जनता मेरी भगवान, उनके बीच जाऊंगा, अटकलें तेज
पटना। भोजपुरी फिल्मों के पावर स्टार पवन सिंह इन दिनों किसी गाने या फिल्म को लेकर नहीं, बल्कि अपनी राजनीतिक सक्रियता को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने हाल ही में बिजनेस टायकून अशनीर ग्रोवर के रियलिटी शो ‘राइज एंड फॉल’ को बीच में ही छोड़ दिया। इस फैसले की वजह उन्होंने खुद साफ की कि चुनाव के समय उन्हें अपनी जनता के बीच रहना है, क्योंकि उनके लिए जनता ही भगवान है। इस बयान के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि पवन सिंह अब पूरी तरह राजनीति की ओर रुख कर चुके हैं और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका अहम रहने वाली है।
शो से विदाई और जनता के प्रति वचन
‘राइज एंड फॉल’ शो में पवन सिंह की मौजूदगी भोजपुरी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। लेकिन उन्होंने मंच से भावुक होकर यह कहा कि उनकी पहली जिम्मेदारी अपनी धरती और अपने लोगों के प्रति है। शो के आखिरी एपिसोड में उनकी मां भी आईं, जिन्हें देखकर पवन सिंह भावुक हो गए और कहा कि मां का आशीर्वाद उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है। विदाई के समय उन्होंने फैंस और दर्शकों से कहा कि आप ही ने उन्हें गायक बनाया और अब नेता भी बना दिया है। इसलिए अब उनका फर्ज है कि वे जनता के बीच जाएं और चुनाव में उनकी मदद करें।
राजनीतिक करियर की पृष्ठभूमि
पवन सिंह का राजनीति से रिश्ता नया नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि वे जीत नहीं पाए, लेकिन उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा और CPI-ML के उम्मीदवार राजाराम सिंह को कड़ी टक्कर दी थी। इस चुनाव ने यह साबित कर दिया कि उनकी पकड़ केवल काराकाट तक सीमित नहीं है, बल्कि बक्सर और सासाराम तक भी फैली हुई है। इतना ही नहीं, उनकी उपस्थिति ने वहां बीजेपी उम्मीदवारों के समीकरण को भी प्रभावित किया।
परिवार और राजनीति
पवन सिंह की दूसरी पत्नी ज्योति सिंह भी राजनीति में सक्रिय हो चुकी हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव वे जरूर लड़ेंगी। हालांकि पति-पत्नी के बीच तलाक का केस चल रहा है, लेकिन लोकसभा चुनाव में वे पवन सिंह के साथ प्रचार करती भी दिखीं। हाल ही में ज्योति सिंह की वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी से मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में नई अटकलें तेज कर दी हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में वह राजनीति में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।
विवादों के बावजूद लोकप्रियता
पवन सिंह का नाम कई विवादों से भी जुड़ा रहा है। हरियाणवी सिंगर अंजलि राघव से जुड़े मामले में उन पर गलत तरीके से छूने का आरोप लगा था। इसके अलावा उन पर धोखाधड़ी का केस भी दर्ज हुआ था। बावजूद इसके उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। भोजपुरी दर्शक उन्हें अब भी पावर स्टार के रूप में देखते हैं और यही छवि उनकी राजनीतिक जमीन को मजबूत कर रही है।
शो में निजी जीवन की झलक
‘राइज एंड फॉल’ शो के दौरान पवन सिंह ने अपने निजी जीवन से जुड़े कई पहलुओं पर भी खुलकर बात की। उन्होंने अपनी पहली पत्नी को याद करते हुए कहा कि वह देवी थीं, जिन्हें उन्होंने खो दिया। वहीं अक्षरा सिंह के साथ रिश्ते पर भी उन्होंने इशारों-इशारों में चर्चा की। इससे शो को भावनात्मक रंग मिला और दर्शकों ने उन्हें और करीब से समझने की कोशिश की।
तेजस्वी यादव की तारीफ
पवन सिंह ने हाल ही में एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव की भी तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी की बातें लोगों के दिल को छू जाती हैं और वे असली जमीनी नेता हैं। जब उनसे पूछा गया कि तेजस्वी को लोग 9वीं फेल कहते हैं, तो क्या वे बिहार का विकास कर पाएंगे, तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया कि वे खुद केवल 6वीं पास हैं लेकिन पढ़े-लिखे लोग उनके साथ काम करते हैं। उनके अनुसार, काम करने की नीयत पढ़ाई से ज्यादा महत्वपूर्ण है। पवन सिंह का राजनीति की ओर यह कदम उनकी लोकप्रियता को नई दिशा देगा। रियलिटी शो छोड़कर जनता के बीच जाने का उनका निर्णय यह बताता है कि वे अब राजनीति को ही अपना अगला मंच बनाने जा रहे हैं। विवादों और व्यक्तिगत चुनौतियों के बावजूद उनकी छवि एक मजबूत नेता के रूप में उभर रही है। आने वाले विधानसभा चुनाव में उनका राजनीतिक सफर किस रूप में सामने आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन इतना तय है कि पवन सिंह अब सिर्फ गायक या अभिनेता नहीं, बल्कि एक सक्रिय राजनेता भी बन चुके हैं।


