December 3, 2025

जेपी यूनिवर्सिटी मे पीएचडी प्रवेश परीक्षा का पैटर्न बदला, नहीं होगी नेगेटिव मार्किंग, 50 सवालों को करना होगा हल

छपरा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय (जेपीयू) ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा के पैटर्न में महत्वपूर्ण बदलाव किए है। परीक्षा नियंत्रक अशोक मिश्रा के अनुसार, अब परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी और छात्रों को 100-100 अंकों के दो पेपर देने होंगे। पहला पेपर पूरी तरह से ऑब्जेक्टिव होगा, इसमें दो-दो अंक के 50 प्रश्न होंगे। यह पेपर सात भागों में विभाजित है-रिसर्च क्षमता (20 अंक), भाषा (20 अंक), लॉजिक रिजनिंग (10 अंक), न्यूमेरिकल (10 अंक), डाटा इंटरप्रिटेशन (10 अंक), पर्यावरण संरक्षण (20 अंक) और कंप्यूटर (10 अंक)। दूसरा पेपर सब्जेक्टिव होगा। इसमें विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा दोनों पेपर तैयार किए जा रहे हैं। छात्रों को दोनों पेपर हल करने के लिए कुल 3 घंटे का समय दिया जाएगा। जनरल श्रेणी के छात्रों को न्यूनतम 50 प्रतिशत और आरक्षित श्रेणी के छात्रों को 45 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। यह नया पैटर्न विशेष रूप से जेपीयू से पीजी करने वाले छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगा। बाहरी छात्रों को भी जेपीयू के सिलेबस के आधार पर ही परीक्षा देनी होगी। जेपी विश्वविद्यालय के अंतर्गत मानविकी संकाय, विज्ञान संकाय, सामाजिक विज्ञान संकाय व वाणिज्य संकाय के अंतर्गत 17 विषयों में पीजी की पढ़ाई होती है। इसमें अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, उर्दू, अर्थशास्त्र, इतिहास, गृह विज्ञान, राजनीति विज्ञान, रसायन शास्त्र, भौतिकी, गणित और जूलॉजी शामिल है। इन्हीं विषयों में से पीएचडी टेस्ट के दूसरे पत्र में 100 अंक के प्रश्न शामिल रहेंगे। प्रश्न पत्र तीन ग्रुप में बांटा जायेगा। ग्रुप ए में कुल आठ प्रश्न होंगे। इसमें से पांच प्रश्नों का उत्तर र देना अनिवार्य होगा। हर प्रश्न छह-छह अंक के होंगे। वहीं ग्रुप बी में सात प्रश्न रहेंगे, इसमें चार प्रश्न का उत्तर देना अनिवार्य है। हर प्रश्न 10-10 अंक का होगा।

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