पटना के राजीव नगर में अधिगृहित भूमि को निजी बताकर ठग लिए महिला से ठग लिए 51 लाख रुपए,मामला दर्ज
रोक के बावजूद धड़ल्ले से जारी है अधिगृहित भूमि की खरीद बिक्री
बैंक से लोन लेकर दिया था पैसा,जमीन मिली नहीं,अब भर रही है ईएमआई
पटना। राजधानी पटना के राजीव नगर में आवास बोर्ड जमीन को अपनी निधि जमीन बात कर एक सरकारी कर्मी से 51 लाख रुपया खाली जाने का मामला थाने में दर्ज हुआ है। राजधानी के राजीव नगर इलाके में सरकार के द्वारा अधिगृहित भूमि की भूमाफियाओं के द्वारा जालसाजी करके अवैध तरीके से खरीद बिक्री का खेल बदस्तूर जारी है। सचिवालय कर्मी की पत्नी आभा कुमारी ने राजीव नगर निवासी इंदु देवी के खिलाफ सरकारी जमीन को अपना बताकर बिक्री के आवाज में 51 लख रुपए ठग लिए जाने का मामला दर्ज कराया है। एफआईआर के मुताबिक इंदु देवी ने बैंक से पर्सनल लोन लेकर रकम की अदायगी की थी।जमीन तो मिली नहीं उल्टे बैंक लोन की ईएमआई बमुश्किल भरे जा रही है।
राजीवनगर में बिहार राज्य आवास बोर्ड के अधिग्रहण भूमि शुरू से ही विवादित रहा है । आवास बोर्ड के अधिग्रहित भूमि पर किसी प्रकार की निर्माण पर रोक है। इसके बावजूद धड़ल्ले से अवैध मकान का निर्माण जारी है।सचिवालय कर्मचारी की पत्नी आभा कुमारी ने थाने में लिखित शिकायत की है की राजीवनगर रोड नंबर 24 की रहने वाली इंदू कुमारी ने राजीवनगर स्थित प्लॉट नंबर- 2663 एवं 2664 को अपना निजी ज़मीन बताकर 51 लाख 35 हज़ार रूपये बैंक अकाउंट से ली है । ज़मीन पर जब निर्माण कार्य कराने गई तो कई आसपास के लोगों द्वारा यह बताया गया की उक्त ज़मीन बिहार राज्य आवास बोर्ड की सरकारी ज़मीन है ।
आवेदिका अपने लिखित शिकायत में बताई है की जैसे ही मुझे सरकारी ज़मीन के बारे में बताया गया , मैं ज़मीन लेने से इंकार करने लगी । इंदू देवी से कई बार रूपये की मांग किया, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के उपरांत भी मुझे मेरी दी गई रकम वापस नहीं मिली उल्टे इंदु देवी के तरफ से जान से मारने की धमकी दी जा रही है। कई अपराधियों के साथ उठना – बैठना है । इधर लोन के रूपये प्रतिमाह ईएमआई के रूप में भरना पर रहा है। राजीव नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। मगर अधिग्रहित भूमि की खरीद-बिक्री के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।भोले भाले लोग जमीन माफिया के जाल में फंस रहे हैं।दूसरी तरफ प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है।